वाराणसी में निरन्तर मिल रही शिकायतों पर कमिश्नर सख्त, जिम्मेदारों से बोले 24 घण्टे में सुधार लाये वरना तैयार रहें

वाराणसी ।। वाराणसी कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने कोविड वैश्विक महामारी के संक्रमण एवं उससे बचाव तथा संक्रमति मरीजों के चिकित्सा सुविधाओं के बाबत दायित्वों के निर्वहन में सुस्ती बरतने वाले अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई हेतु शासन को संस्तुति किए जाने की हिदायत देते हुए अपने-अपने दायित्वों के निर्वहन में सुधार लाए जाने हेतु 24 घंटे की मोहलत दी है। उन्होंने पॉजिटिव कोरोना संक्रमित मरीजों की सूचनाएं पोर्टल पर धीमी गति से अपलोड किए जाने पर भी जमकर बरसे और संबंधित चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि 24 घंटे के अंदर कोरोना संक्रमित मरीजों की सूचनाएं पोर्टल पर प्रत्येक दशा में अपलोड कर दिया जाए। अब इसमें कोई कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

मंडलायुक्त ने सिगरा स्थित कोविड कमांड कंट्रोल सेंटर में अधिकारियों के साथ बैठक किया। उन्होंने कोविड संक्रमित मरीजों की सूचनाएं पोर्टल पर अपलोड किए जाने की जिम्मेदारी संबंधित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के नोडल अधिकारी एवं डाटा इंट्री की बताते हुए कहां कि सूचनाएं पोर्टल पर अपलोड न होने एवं बैकलॉग होने पर सम्बन्धितों की जिम्मेदारी निर्धारित कर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि संक्रमित मरीजों पोर्टल पर अपलोड होने के पश्चात रैपिड रिस्पांस टीम तत्काल मरीज को होम आइसोलेशन अथवा कोविड अस्पताल में शिफ्ट करने का निर्णय ले। ताकि मरीज को शीघ्र चिकित्सा की सुविधा प्राप्त होने लगे। उन्होंने एंटीजन कीट द्वारा लिए जा रहे सैम्पल के परिणाम भी पोर्टल पर तत्काल अपलोड किए जाने का निर्देश देते हुए कहा कि इसमें बैकलॉग कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। एंटीजन कीट द्वारा सैंपल कलेक्शन कर रहे टीम के अधिकारी की जिम्मेदारी होगी कि वह परिणाम को पोर्टल पर तत्काल अपलोड कराएं। जिससे संक्रमित मरीज को तत्काल चिकित्सकिय सुविधा प्राप्त हो सके और वह अन्य लोगों को संक्रमित भी न करने पाए।

दरअसल, जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने गत 29 जुलाई से शहरी क्षेत्र में बुखार, खांसी, संक्रमण के कारण सांस लेने में गंभीर समस्या के साथ ही रक्तचाप, किडनी लिवर रोग से पीड़ित मरीजों को चिन्हित किए जाने के उद्देश्य से कोविड-19 के तहत संचालित विशेष सर्विलांस अभियान में 192 टीम की जगह 60 टीम को ही कार्य करने की जानकारी पर गहरी नाराजगी जताई। इस दो स्दस्यी विशेष सर्विलांस में आशा एवं आंगनवाड़ी कार्यकत्री को रखा गया है। टीम के सदस्यों द्वारा फील्ड में न पहुंचने के लिए एक-दूसरे पर दोषारोपण को जिलाधिकारी ने गंभीरता से लेते हुए इस कार्य के लिए शुक्रवार से आशा अथवा आंगनवाड़ी की एक सदस्यी 576 टीमें बनाते हुए अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी पर्यवेक्षण तथा जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देशित किया कि सभी टीमों को कल शुक्रवार से अपने-अपने क्षेत्रों में कार्य कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि शुक्रवार से इस अभियान के अंतर्गत कार्य न करने वाली आशा अथवा आंगनवाड़ी को सेवा से बर्खास्त कर दिया जाएगा।बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी, सभी अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी सहित अन्य अधिकारी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

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