बलवंत सिंह इंस्टिट्यूट ऑफ़ एग्रीकल्चर साइंस काशी विद्यापीठ में तकनीकी खंड का लोकार्पण एवं उद्घाटन समारोह का आयोजन* देश को एकीकृत किते जाने और संरक्षित खेती की ओर बढ़ाने की आवश्यकता है-सूर्य प्रताप शाही 

वाराणसी  रोहनिया।। भैरवतालाब स्थित बलवंत सिंह इंस्टीट्यूट आफ एग्रीकल्चर साइंस एंड टेक्नोलॉजी में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ शताब्दी वर्ष समारोह के अवसर पर तकनीकी खंड का लोकार्पण एवं उद्घाटन समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया । जिसमें मुख्य अतिथि कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने लोकार्पण व दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन किया। जिसके दौरान काशी विद्यापीठ के कुलपति प्रोफेसर टीएन सिंह द्वारा मुख्य अतिथि कैबिनेट कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही को अंग वस्त्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि देश को एकीकृत किते जाने और संरक्षित खेती की ओर बढ़ाने की आवश्यकता है। जिसके लिए केंद्र और प्रदेश की सरकार दिन रात काम कर रही हैं। उन्होंने महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के गौरव और संकल्पना को प्रस्तुत करते हुए कहा कि यहां के छात्र रहे लाल बहादुर शास्त्री और विश्वविद्यालय की नीव डालने वाले महात्मा गांधी की जो संकल्पना थी उसे योगी और मोदी पूरा कर रहे हैं। कहा कि आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए खेती में भी आत्मनिर्भर बनना पड़ेगा।उन्होंने केंद्र सरकार के तीन कृषि सुधार कानून को मील का पत्थर बताया। कहा कि इन कानूनों से कृषि में जहां बदलाव आएगा वही कृषकों की आर्थिक समृद्धि बढ़ेगी। देश विभिन्न अनाजों, फल फूल दुग्ध की उत्पादकता बढ़ने पर वैज्ञानिकों को धन्यवाद देते हुए कहा के उत्तर प्रदेश गेहूं उत्पादन में पूरे देश में प्रथम स्थान पर है। जबकि धान में दूसरे स्थान पर हैं। कहां की दलहन और तिलहन में देश आत्म निर्भर बनने की ओर है। उत्तर प्रदेश सरकार ने सन् 2020- 21 में 63 लाख मैट्रिक टन के रिकॉर्ड धान की खरीदारी की है। इतनी खरीदारी पिछली सरकारों ने 5 साल में भी नहीं किया था। कहा कि पिछली सरकारों ने स्वामीनाथन रिपोर्ट को लागू किया होता ,किसानों के हित का सोचा होता तो ढाई लाख से अधिक किसानों ने आत्महत्या नहीं की होती। उन्होंने कृषि के छात्रों को अध्ययन के बाद राष्ट्र निर्माण में लगने और बेहतर करने को शुभकामनाएं दी।महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के कुलपति से कहा कि वे जो कुछ प्रोजेक्ट बनाकर भेजेंगे उससे राज सरकार द्वारा सहयोग दिलवाया जाएगा। इस दौरान समारोह को संबोधित करते हुए काशी विद्यापीठ के कुलपति प्रोफेसर टीएन सिंह ने कहा कि महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ स्वावलंबन, आत्मनिर्भरता को लेकर चला था जिसे विश्वविद्यालय पूरा कर रहा है।कहा की जय जवान जय किसान का नारा लगाने वाले लाल बहादुर शास्त्री के संकल्पना को भी पूरा करेंगे। क्षेत्रीय किसानों के साथ कांट्रैक्ट फार्मिंग कर नवीन कृषि तकनीकी को उनकी खेत तक पहुंचाएंगे। समारोह को ओके सर योगेंद्र सिंह डॉ हर्ष राज पांडेय ने भी संबोधित किया धन्यवाद ज्ञापन कुलसचिव साहब लाल मौर्य ने किया। प्रथम सत्र के बाद द्वितीय सत्र में राजस्थान के राज्यपाल का संबोधन हुआ। ऑनलाइन उद्बोधन में राजपाल कलराज मिश्रा ने महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के गौरव को प्रस्तुत किया। कहा कि उन्हें हर्ष है कि वे इसी विश्वविद्यालय के छात्र रहे। उन्होंने महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के 100 साल पूरा होने पर विश्वविद्यालय प्रशासन छात्र छात्राओं को शुभकामनाएं दी। इस दौरान कुलपति,कुलसचिव सहित विश्वविद्यालय परिसर के छात्र-छात्राएं व शिक्षक उपस्थित थे।

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