शोहदों,मनचलों को सबक सिखाने के लिए तैयार है मजदूरों की बेटियां

वाराणसी से संवाददाता त्रिपुरारी यादव कि रिपोर्ट 

वाराणसी, रोहनिया ।। मजदूरों की बेटियों को अगर छेड़ा तो पिट के आना पड़ेगा क्योंकि आशा ट्रस्ट और मनरेगा मजदूर यूनियन के तत्वाधान में सेल्फ डिफेंस पर चलाए जा रहे चार दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का समापन इस संकल्प के साथ किया गया कि अब यदि कोई लड़का किसी लड़की को छेड़ता है तो सभी लडकिया मिलकर मनचलों को सबक सिखाने का काम करेंगी । प्रशिक्षक के रूप में रेड ब्रिगेड लखनऊ से उषा विश्वकर्मा,लक्ष्मी, पूजा,नेहा,ज्योति,व तनिष्का ,दीपक शामिल हुए।शिविर के समापन पर रेड ब्रिगेड की संस्थापिका उषा विश्वकर्मा ने कहा कि आज चार दिवसीय शिविर का अंत भले हो रहा है पर हमलोग आने वाले दिनों में स्कूल कालेज की लड़कियों को शिक्षित प्रशिक्षित करने का काम करेंगे।इस अवसर पर मनरेगा मजदूर यूनियन के संयोजक सुरेश राठौर ने बताया कि संगठन से जुड़े एक दर्जन गांव की कुल 210 बच्चियों ने प्रशिक्षण शिविर में भाग लिया ।इन लड़कियों का आत्मविश्वास बहुत बढ़ गया है ।उन्होंने कहा कि हमलोग मजदूर संगठन के रूप में काम कर रहे है,ये लड़कियां जिनको की नही के बराबर मौके मिलते है आज जबर्दस्त पंच लगा रही है अगर मौका मिला तो ये लड़कियां भी अपना,अपने परिवार का व अपने समाज का नाम जरूर रोशन करेंगी । प्रशिक्षण में मुख्य रूप से प्रियंका,रीना,निशा,शिवानी,संजना, बबिता,प्रिया,सीता,अनिता,सोनी,लक्ष्मी,काजल,संगीता,रिंकी,राजकुमार गुप्ता,मौसम,महिमा,रूपा,करिश्मा,अमृता,सोनम,ममता,निधि,मनीषा सहित सैकड़ों किशोरियां शामिल हुई ।

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