मुख्यमन्त्री का फरमान भी सीएचसी अधीक्षक की नजर में बौना

क्षेत्र भ्रमण का हवाला देकर ओपीडी से सीएचसी अधीक्षक ने झाड़ा पल्ला


मिल्कीपुर, अयोध्या ।। प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा भले ही जिलों के सीएमओ डिप्टी सीएमओ सहित अन्य जिम्मेदार चिकित्सकों को हर हाल में ओपीडी में बैठकर मरीजों का इलाज किए जाने के निर्देश पर निर्देश दिए जा रहे हो लेकिन वह सब सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मिल्कीपुर के अधीक्षक डॉ अहमद हसन किदवई के लिए कोई मायने नहीं रखता। 19 के बढ़ते संक्रमण के बीच काफी दिनों तक बंद ओपीडी को फिर से शुरू किए जाने के दूसरे दिन मिल्कीपुर  क्षेत्र के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों  पर इलाज कराने पहुंचने वाले मरीजों की संख्या पहले दिन की अपेक्षा कुछ ज्यादा दिखे। ओपीडी के पहले दिन क्षेत्र से 125 लोगों ने अपना पंजीकरण कराते हुए इलाज कराया था। जबकि कोरोना कर्फ्यू के बीच ओपीडी के दूसरे दिन क्षेत्र से लगभग  160 मरीजों ने अपना पंजीकरण कराते हुए  इलाज कराया। अस्पताल पर तैनात 7 चिकित्सकों के सापेक्ष एक महिला चिकित्सक समेत 4 चिकित्सक ओपीडी में मौजूद रहे मरीजों का इलाज कर रहे थे। हालांकि अस्पताल पर मरीजों के लिए सरकार की ओर से स्थापित की गई सभी सुविधाएं ओपीडी के डॉक्टरों एवं सीएससी कर्मियों की मिलीभगत से नहीं मिल सकी। मिल्कीपुर ब्लाक क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत मवई खुर्द निवासी 65 वर्षीय रामनाथ भी ओपीडी में इलाज कराने सीएससी मिल्कीपुर गए थे। जहां उन्होंने अस्पताल से ओपीडी की पर्ची बनवाने के बाद ओपीडी के चिकित्सक डॉ पंकज कुमार श्रीवास्तव से अपना स्वास्थ्य परीक्षण कराया। डॉ पंकज ने बुजुर्गों को एक्सरे की सलाह दी। डॉक्टर द्वारा लिखी गई परामर्श पर्ची लेकर बुजुर्ग अस्पताल स्थित एक्स-रे कक्ष पहुंचा जहां एक्सरे टेक्नीशियन विनीत गुप्ता ने बुजुर्गों को यह कहते हुए एक्स-रे करने से मना कर दिया कि पहले अपना कोरोना टेस्ट कराओ, रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद ही मैं एक्सरे करूंगा। एक्स रे टेक्नीशियन की बातें सुन परेशान बुजुर्ग सीधे चिकित्सक के पास पहुंचा जहां उन्होंने अस्पताल के बाहर स्थित ओम डायग्नोस्टिक सेंटर एवं एक्स-रे कक्ष से एक्सरे कारा लेने की सलाह दी फिर क्या था परेशान बुजुर्ग अस्पताल के बाहर स्थित प्राइवेट लैब पर 160 देकर अपना एक्स-रे करवाया। इस प्रकार एक्स-रे टेक्नीशियन एवं ओपीडी के चिकित्सक की मिलीभगत से परेशान बुजुर्ग मरीज को अपनी जेब ढीली करनी पड़ी विश्व सूत्रों की माने तो अस्पताल के बाहर स्थित प्राइवेट लैब और एक्स-रे टेक्नीशियन द्वारा अस्पताल के एक्स-रे टेक्नीशियन सहित चिकित्सक को कमीशन दिया जाता है। जिसके चलते अस्पताल के चिकित्सक और एक्स-रे टेक्नीशियन अस्पताल पर आने वाले मरीजों को टरकाते रहते हैं। अस्पताल पर ओपीडी सीएससी प्रभारी की गैर मौजूदगी के संबंध में पता चला कि वैक्सीनेशन को लेकर क्षेत्र भ्रमण पर हैं।

रिपोर्टर

संबंधित पोस्ट