शिक्षक नियोजन में अभ्यर्थियों ने लगाया धांधली का आरोप।

चांद से अभिमन्यु सिंह की रिपोर्ट

चांद (कैमूर)।।  शिक्षक नियोजन किये जाने के बाद नियोजन में धांधली की कहानी धीरे धीरे सामने आने शुरू हो गयी हैं। अभ्यर्थियों ने जिलाधिकारी को पत्र देकर शिक्षक नियोजन प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने की मांग की है। यह मामला चांद प्रखण्ड के विउरी पंचायत का है। 12 जुलाई को शिक्षक नियोजन के लिए अभ्यर्थियों का काउन्सलिंग कराया गया। विउरी पंचायत में कुल चार पदों पर शिक्षकों का नियोजन किया जाना था। चार पद में दो समान्य में एक पुरुष एवं एक महिला  एक EWS (आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के लिए) महिला एवं एक पद BC के लिए आरक्षित था। दिनांक 12 /7/2021 को तत्कालीन बीडीओ रवि रंजन की अध्यक्षता में गांधी स्मारक उच्च विद्यालय में सभी 12 पंचायतों के  शिक्षक नियोजन के लिए अभ्यर्थियों का काउंसलिंग कराया गया। विउरी पंचायत शिक्षक नियोजन में BC कैटगरी में दिग्विजय सिंह का एक मात्र काउंसलिंग कराया गया। बाद में जिला शिक्षा पदाधिकारी के द्वारा  दिग्विजय सिंह का निवास प्रमाण पत्र फर्जी पाये जाने पर शिक्षक नियोजन में चयन को रद कर दिया गया। जानकारी के अनुसार दिग्विजय सिंह का चयन रद्द किये जाने के बाद चोर दरवाजे से दूसरे अभ्यर्थी का  बिना काउंसलिंग किये चयन करने का मामला सामने आया है। जिलाधिकारी को दिये आवेदन में अभ्यर्थी उज्जवल कुमार ने मेधा सूची में 247 पर दर्ज दिग्विजय सिंह का काउंसलिंग रद्द किये जाने के बाद चोरी छूपे चयन करने का आरोप पंचायत शिक्षक नियोजन ईकाई पर लगाया है। उज्जवल कुमार ने दिनांक 29 जुलाई को जिलाधिकारी को लिखे पत्र में कहा कि विउरी पंचायत शिक्षक नियोजन ईकाई ने  BC कैटगरी में केवल एक अभ्यर्थी  दिग्विजय सिंह का काउंसलिंग कराया गया था। उन्होंने ने कहा नियमतः जब दिग्विजय सिंह का प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया तो पंचायत शिक्षक नियोजन ईकाई को काउंसलिंग की तिथि रखकर अभ्यर्थियों को सूचित किया जाना चाहिए। अभ्यर्थी उज्जवल कुमार ने जिलाधिकारी को लिखे पत्र में कहा अभ्यर्थियों का काउंसलिंग बिना कराये चयन करने का गंदा खेल किया जा रहा है। अभ्यर्थी ने जिलाधिकारी से हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है। विउरी पंचायत शिक्षक नियोजन ईकाई के द्वारा BC कैटगरी के लिए केवल दिग्विजय सिंह का ही काउंसलिंग कराया गया है। शिक्षक नियोजन के वेवसाईट पर यही दिखाई दे रहा है। जिसमें तत्कालीक बीडीओ के हस्ताक्षर है तो फिर बिना काउंसलिंग कराये दूसरे अभ्यर्थी का चयन कैसे किया जा सकता हैं। इस संबंध में पंचायत शिक्षक नियोजन ईकाई के अध्यक्ष सह परामर्शी समिति अध्यक्ष प्रति निधि राधेश्याम सिंह ने कहा कि शिक्षक नियोजन में सभी नियम प्रक्रिया पालन करने की  बात कहकर टाल गए।

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