
एक से सात अगस्त तक जिले में मनाया जाएगा विश्व स्तनपान सप्ताह
- रामजी गुप्ता, सहायक संपादक बिहार
- Jul 31, 2021
- 337 views
- स्तनपान को बढ़ावा देने के लिए स्वास्थ्य समिति और आईसीडीएस विभाग चलाएगा विशेष अभियान
- आंगनबाड़ी केंद्रों व स्वास्थ्य संस्थानों में स्तनपान कराने के लिए बनाए जाएंगे कार्नर (कक्ष)
आरा (भोजपुर) ।। जिले के सभी प्रखंडों में स्तनपान के महत्व को जन जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से एक से सात अगस्त तक 'विश्व स्तनपान सप्ताह' मनाया जाएगा। इस अभियान को सफल बनाने के लिए राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक ने सिविल सर्जन के नामित एक पत्र भेजा है। जिसमें बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक विकास तथा नवजात शिशु मृत्यु दर में कमी लाने एवं कुपोषण से शिशु को बचाने में स्तनपान के महत्व के प्रति लोगों को जागरूक करने की बात कही गयी है। पत्र में कार्यपालक निदेशक़ ने बताया है कि जन्म के पहले घंटे में स्तनपान शुरू करने वाले नवजात शिशुओं में मृत्यु की संभावना 20 प्रतिशत तक कम हो जाती है। इसके साथ ही पहले छह महीने तक केवल स्तनपान करने वाले शिशुओं में डायरिया एवं निमोनिया से होने वाली मृत्यु की संभावना 11 से 15 गुना तक कम हो जाती है। स्तनपान करने वाले शिशुओं का समुचित ढंग से शारीरिक एवं मानसिक विकास होता है एवं वयस्क होने पर उसमें असंचारी (एनसीडी) बीमारियों के होने की भी संभावना कम होती है। इसके साथ ही स्तनपान कराने वाली माताओं में स्तन एवं ओवरी कैंसर होने का खतरा भी नहीं होता है।
वीएचएसएनडी में दो वर्ष तक के बच्चों की माताओं को किया जाए निमंत्रित :
जारी पत्र के अनुसार आशा, एएनएम एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता द्वारा विश्व स्तनपान सप्ताह के दौरान अधिक से अधिक माताओं को शिशु के जन्म के एक घंटे के अंदर स्तनपान प्रारंभ करने में मां की सहायता करना तथा गर्भवती, धात्री माताओं को छह माह तक केवल स्तनपान कराये जाने के महत्व को बताया जायेगा। आंगनबाड़ी सेविका एवं आशा अगस्त माह में होने वाले वीएचएसएनडी में सभी दो वर्ष तक के बच्चों की माताओं को निमंत्रित किया जाए। साथ ही, उनके द्वारा बताई गई इनफैंट एंड यंग चाइल्ड फीडिंग के अभ्यासों तथा उनके बच्चों के पोषण स्तर में हुए सुधार के आधार पर चिह्नित माताओं की प्रशंसा करें। यदि संभव हो, तो स्थानीय पंचायती राज संस्थाओं की महिला सदस्यों के द्वारा प्रोत्साहित किया जायेगा। इस दौरान संक्रमण प्रसार की संभावना को देखते हुए कार्यक्रम व प्रशिक्षण में कोविड-19 के प्रोटोकॉल्स व नियमों का पालन किया जाएगा।
कार्यशाला का होगा आयोजन :
इस साप्ताहिक कार्यक्रम में जिला से लेकर प्रखण्ड स्तर तक आईसीडीएस के पदाधिकारियों के साथ ही आंगनबाड़ी सेविका- सहायिका की अहम भागीदारी होगी। कोरोना सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करते हुए विश्व स्तनपान सप्ताह के दौरान एक से सात अगस्त तक जिला और प्रखण्ड स्तर पर कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान सदर अस्पताल के अलावा जिला के सभी स्वास्थ्य संस्थानों को दूध की बोतल मुक्त परिसर घोषित किया जाना है। इसके साथ ही विभिन्न अस्पताल के प्रसव केंद्रों पर कार्यरत ममता का स्तनपान से होने वाले लाभ के बारे में उन्मुखीकरण किया जाएगा और प्रसव केंद्र के प्रसव पश्चात वार्ड की इंचार्ज सिस्टर को स्तनपान के लिए उस संस्थान का नोडल पर्सन चुना जाएगा।
स्वास्थ्य संस्थानों में स्तनपान कक्ष का होगा निर्माण :
जिले के प्रत्येक स्वास्थ्य संस्थान व आंगनबाड़ी केन्द्रों में स्तनपान कक्ष या कॉर्नर का निर्माण कराया जाना है। यह कक्ष उस उस संस्थान के ओपीडी के पास और कंगारू मदर केयर वार्ड के अतिरिक्त होगा । इसके साथ ही विश्व स्तनपान सप्ताह के दौरान एएनएम, आशा कार्यकर्ता और आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका घर घर जाकर गर्भवती और धातृ माताओं को छह महीने तक केवल स्तनपान कराने के महत्व के बारे में बताएगी। वहीं, प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्रों पर बुधवार और शुक्रवार को वहां आने वाली सभी 2 वर्ष तक की माताओं से सेविका और आशा इस अभियान में उनसे जुड़ने के लिए प्रेरित करेंगी।
रिपोर्टर