शराब माफिया दारु लाने से नहीं मान रहे हैं वहीं पर रामगढ़ प्रशासन लाने वाले को पकड़ कर हवालात भेजने से भी पीछे नहीं हट रही

रामगढ़ कैमूर ।। रामगढ़ जहां एक तरफ राजनीतिक क्षेत्र के नाम से मशहूर है कहावत है कि पटना का रास्ता रामगढ़ से होकर गुजरता है।  पटना की भागीदारी में रामगढ़ का भी अहम रोल होता है । लेकिन रामगढ़ थाना के लिए रामगढ़ क्षेत्र को कवर करना भी उतना आसान नहीं है क्योंकि उत्तर प्रदेश और बिहार को जोड़ने वाली या कहे तो दोनों राज्यों को सीमा निर्धारित करने में कर्मनाशा नदी का रोल है।  लेकिन खास बात यह है कि उत्तर प्रदेश में शराब का कारोबार एवं पीने की छूट है वहीं पर उत्तर प्रदेश से सटे निकटवर्ती क्षेत्र रामगढ़ पड़ता है जहां के करीब कर्मनाशा नदी के तट पर लगभग दर्जनों गांव है। जैसे गांव में बिहार में  जलदहां, इमिलिया , तरोइयां ,नोनार बड़ौरा, नरहन ,इत्यादि गांव है खास बात यह है कि कर्मनाशा नदी में बरसात को छोड़कर पानी 1 से 2, फिट तक ही रह जाता है जिससे लोग आसानी से उत्तर प्रदेश से बिहार के निकटवर्ती गांव में आते जाते रहते हैं। अब इसमें देखने वाली बात यह होती है कि इसका फायदा उठाते हुए खास करके बिहार के जिनकी उम्र 18 से लेकर 25 वर्ष तक है यह सब बच्चे थोड़े से पैसे की लालच में आकर उत्तर प्रदेश से शराब खरीदकर बिहार में गांव-गांव में घुसकर बेच देते हैं।  जिससे उनकी अच्छी कमाई हो जाती है । और प्रशासन का भी ध्यान गांव के तरफ नहीं जा पाता है । बात करें प्रशासन की तो प्रशासन रामगढ़ से 5 किलोमीटर दूर बड़ौरा  चेक पोस्ट पर शराब  संबंधित माफियाओं पर नकेल कसने के लिए वहां पर मुस्तैद रहती है।  वही दूसरा चेक पोस्ट के रूप में जलदहां है गांव के पास अस्थाई चेकपोस्ट बनाया गया है । हालांकि वहां पर व्यवस्था ना के बराबर है अगर धूप भी हुई तो रोड से दूरी पर पेड़ कि  छांव मैं बैठकर या खड़े होकर  शराब माफियाओं पर नजर गड़ाए  रहते  है।  लेकिन बरसात में तो इससे भी बदतर स्थिति रहती है क्योंकि वहां पर प्रशासन के द्वारा कोई भी अस्थाई व्यवस्था नहीं की गई है।  इस समय देखा यह भी जा रहा है कि रामगढ़ प्रशासन के द्वारा एक एक आदमी पर जो कि उत्तर प्रदेश से आते हुए दिखाई देते हैं रामगढ़ प्रशासन के द्वारा देर न करते हुए उनको पकड़ लिया जाता है।  लेकिन इस बात से इनकार भी नहीं किया जा सकता है कि गांव के रास्ते शराब की खरीद बिक्री हो रही है दारू पीने एवं पकड़ कर जेल जाने वालों में सबसे अधिक बिहार के ही लोग हैं खास करके जिनकी उम्र 18 से लेकर 30 साल तक है शराब की बात से अगर  थोड़ा सा ध्यान हटाया जाए तो एक बहुत बड़ा और बिहार सरकार को राजस्व से नुकसान होने वाला बात भी दिखाई देना चाहिए।  जहां बिहार में डीजल ₹97 और पेट्रोल ₹109 के करीब है  वहीं पर बिहार से महज 2 किलोमीटर दूरी पर डीजल ₹8 सस्ता और पेट्रोल ₹10 से ऊपर सस्ता मिलता है निकटवर्ती क्षेत्र के लोग उत्तर प्रदेश से ही खेती और डीजल पेट्रोल संबंधित कार्य करते हैं इस स्थिति में बिहार सरकार के राजस्व को भी चुना लगता है।

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