दो वर्ष से बेड पर पड़ा सौरभ मिश्र भय व आंतक का माफिया - उपजिलाधिकारी

भदोही । जनपद के सबसे पुराने सोसलिस्ट समाजवादी चिंतक प्रभु नाथ मिश्र के बेटे व समाजवादी पार्टी के जिला प्रवक्ता धर्मेंद्र कुमार मिश्र पप्पु के छोटे भाई सौरभ मिश्र के ऊपर उप जिला अधिकारी औराई द्वारा 110 का चालान करते हुए नोटिस जारी किया गया जिसमें उन्होंने कहा की सौरभ मिश्रा खतरनाक किस्म का दु:साहसिक अपराधीन हैं आये दिन लोगो को मारना पीटना व प्रति दिन प्रताड़ित करता रहता हैं क्षेत्र में इसका भय व आतंक है यह किसी भी समय ऎसी दु:साहसिक घटना कर सकता है। बिपक्षी ( सौरभ) के विरुद्ध थाना औराई में निम्न अपराध पंजीकृत है। मु०अ०सं० 127 /2017 धारा  323 504 506 ipc   सौरभ के कृत्यों से जनसाधारण को भयभीत आंतकित तथा असुरक्षित होना बताया गया है। मानव समाज के हित को ध्यान में रखते हुए विपक्षी सौरभ को बगैर जमानत मुचलका के स्वतंत्र विचरण करना उचित प्रतीत नहीं होता अतः विपक्षी उपरोक्त को 1 वर्ष की अवधि तथा शांति व्यवस्था बनाए रखने हेतु जनसाधारण में अच्छा व्यवहार बनाए जाने हेतु विपक्षी को ₹100000 का मुचलका तथा उतना ही धनराज के दो विश्वसनीय जमानते निष्पादित करने के लिए क्यों आदिष्ट किया जाय ।                                                               इससे पहले भी उसी थाना में मु अ सं 126/ 2017 में 308 सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज जिसमें 4 मार्च 2017 को जीटी रोड माधोसिंह में स्थित स्टेट बैंक ग्राहक सेवा केंद्र के संचालक विमलेंदु यादव से  समसुद्दीन उर्फ बड़े द्वारा मारपीट की जा रही थी जिसको छुड़ाने स्टेट बॅंक त्रिलोकपुर गाहक सेवा संचालक सौरभ मिश्रा पहुंचते हैं हाफीजी की ललकारने पर  बड़े सौरभ मिश्रा के सर पर वार किया गया और रेलिंग के नीचे फेंक दिया जिससे सौरभ मिश्रा के cl5 cl6 जो गर्दन चोट आई हड्डी टुट गयी नसे कट गयी वह लहुलुहान बेहोश होकर गिर गया आनन-फानन में अगल बगल की मदद से गोपीगंज स्वास्थ्य केंद्र पर लिया जाया  गया जहां पर उनके द्वारा जवाब दे दिया गया  बीएचयू ट्रामा सेंटर के लिए रिफर किया गया जहां ट्रामा सेंटर ने भी जवाब देते हुए एम्स नई दिल्ली के लिए भेजा गया एम्स नई दिल्ली में ऑपरेशन इलाज किया गया 31मार्च 2017 डिस्चार्ज किया पर  आज तक वह बोल सकता है इसके बाद सारा शरीर सुन्न पड़ा है 4 मार्च से लेकर आज तक वह आदमी अपने हाथ से पानी तक नहीं पी पाता  उठना बैठना दुर बात बेड पर पड़ा हैं बीएचयू में पुनः  ऑपरेशन के लिए बोला पर BHU वाराणसी में बोन ट्रांसलेशन हॉस्पिटल का उद्घाटन न होने के कारण ऑपरेशन नहीं हुआ जिसको देखते हुए उसके इलाज के लिए 2 महीने से मुंबई में नेरोजेन स्पाईल  हॉस्पिटल मे आपरेशन से स्टीम शेल लगाया गया व इलाज़ चलरहा वही पड़ा है उसके ऊपर उप जिला अधिकारी औराई द्वारा 110 में नोटिस जारी करते हुए चालान किया  ‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌              ‌         

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