शहीद दिवस के अवसर पर पालिका मुख्यालय में अमर शहीदों को श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन

भिवंडी।।देश के स्वतंत्रता संग्राम में सबसे आगे रहने वाले वीर शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु का आदर और सम्मान के साथ लिया जाता है। इन पर सभी देशवासियों को गर्व भी है। लाहौर कांड में इन्हें आरोपी बनाकर गिरफ्तार किया गया और फांसी की सजा दी गई। फांसी के फंदे पर चढ़ते-उतरते मुस्कुराते हुए वे इंकलाब जिंदाबाद, हिंदुस्तान जिंदाबाद जैसे नारे लगाते हुए देश के लिए फांसी पर चढ़ गए। उस दिन से वह दिन शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है।  सरकार के निर्देशानुसार और महानगर पालिका प्रशासक एवं आयुक्त विजयकुमार म्हसाल के सूचनानुसार शहीदों के सम्मान में उपायुक्त (कर) दीपक जिंझाड ने मुख्यालय के भूतल पर तीनों शहीदों के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया। शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु ने कम उम्र में ही देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। ब्रिटिश सरकार ने उनकी देशभक्ति को गंभीर अपराध बनाते हुए 24 मार्च 1931 को उन्हें मौत की सजा सुनाई। लेकिन उन्होंने समय रहते अपने फैसले को बदल दिया ताकि देश में लोगों की भावनाएं भड़के और जनता के आंदोलन और जनता के गुस्से के कारण सरकार मुश्किल में न पड़ जाए। 23 मार्च 1931 को उन्हें लाहौर जेल की अंधेरी रात में फाँसी दे दी गई और जल्दबाजी में सतलुज के तट पर उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। इसलिए देश के ये वीर शहीद क्रांतिकारी नौजवानों और नौजवानों के प्रेरणा स्रोत बने। देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले इन तीन शहीदों को नमन करने के लिए शासन ने निर्देश दिया था ताकि देश के लोग कभी न भूलें और उनके काम को भुलाया न जा सके। शहीद दिवस के अवसर पालिका की ओर से देश के तीनों शहीदों को श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।इस अवसर पर लेखा एवं वित्त अधिकारी किरण तायडे उपायुक्त (शिक्षण) प्रणाली घोंगे, सहायक आयुक्त (स्वास्थ्य) प्रीति गाडे, संदीप सोमानी, सहायक आयुक्त (प्रशासन) बालाराम जाधव, नितिन पाटिल, विद्युत अभियंता सुनील पाटिल, सहायक आयुक्त राजू वरलीकर, कर मूल्यांकन व कर निर्धारण विभाग प्रमुख सुधीर गुरुव, माहिती व जनसंपर्क विभाग प्रमुख सुनिल धाऊ झलके और पालिका के सर्व अधिकारी/कर्मचारी, महिला कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

रिपोर्टर

संबंधित पोस्ट