भिवंडी महानगर के स्वच्छता विभाग द्वारा वाराला देवी तालाब की रखरखाव व सुरक्षा को लेकर लापरवाह

भिवंडी।। भिवंडी पालिका के मध्य में स्थित वाराला देवी तालाब से शहर के नागरिकों के लिए प्रतिमाह 2 एम एलडी पानी मुहैया करवाया जाता है। परन्तु पालिका के आरोग्य व स्वच्छता विभाग ने इस तालाब की सुरक्षा व रखरखाव ना रखने के कारण तालाब में प्रतिमाह डूबने से दो चार लोगों की मौते हो जाती है। लगभग तीन किलोमीटर क्षेत्रफल में फैले यह तालाब पूरी तरह से कचरे व गंदगी से भर गया है। यही नही तालाब परिसर के चारों तरफ गंदगी, कचरे का अंबार लगा रहता है। तालाब में रहवासी परिसर क्षेत्रो‌ से आ रहे सीवरेज का गंदा पानी से पानी को दूषित कर रहा है। यही गंदा पानी पीने से लोगों के स्वास्थ्य पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है। रहिवासियों का आरोप है कि भिवंडी महानगर पालिका के स्वच्छता व आरोग्य विभाग प्रमुख जे.एम. सोनवणे सबकुछ जानबूझकर चुप्पी साधकर नागरिको के स्वास्थ्य सुरक्षा के साथ खुल्लमखुल्ला खिलवाड़ कर रहा है। 

बतादें कि पिछले एक साल से पालिका मे प्रशासक द्वारा कार्यभार संभाला जा रहा है। जनप्रतिनिधियों द्वारा अपने शासन काल में वार्ड की सफाई व स्वच्छता पर ध्यान दिया जा रहा था‌ किन्तु प्रशासक की नियुक्ति के बाद आरोग्य व स्वच्छता विभाग में फैले भष्ट्राचार के कारण शहर मेंं साफ सफाई समुचित नहीं हो पाती है।  शहर का एकमेव तालाब वाराला देवी तालाब पूरी तरह गंदगी की चपेट में है। आश्चर्य की बात है कि इसी तालाब से नागरिकों के लिए 2 एम एलडी पानी महानगर पालिका के जल आपूर्ति विभाग द्वारा उपलब्ध कराया जाता है। इसी तालाब के घाटों पर प्रतिवर्ष महानगर पालिका द्वारा विसर्जन घाट बनाया जाता रहा है। जिसमें हजारों गणपति व दुर्गा मूर्तियाँ का विसर्जन होता है। आश्चर्यजनक यह कि तालाब के समीप स्थित फेना गांव,फेना पाडा, कामतघर की तरफ आने वाले घाटों पर सुबह-शाम तक वाहनों की धुलाई सहित औरते बर्तन,कपडा साफ करते हुए व बच्चे नहाते हुए दिखाई पड़ते हैं। 
स्थानीय लोगों का आरोप है कि वाराला तालाब के किनारे फैले कचरा व गंदगी युक्त दूषित पानी को देखकर पानी पीने का मन नहीं होता है। लेकिन मजबूती के तहत पीना पड़ रहा है। इस तालाब के ठीक सामने मानसरोवर परिसर में महानगर पालिका प्रशासक एवं आयुक्त का सरकारी आवास होने के बावजूद शहर की संपूर्ण जिम्मेदारी संभाल रहे प्रशासक विजय कुमार म्हसाल सब कुछ जानबूझकर आंखे मूंदे हुए हैं। पालिका प्रशासक के आवासीय आवास के सामने ही तालाब गंदगी से भरा रहता है। लेकिन आयुक्त की 24 घंटे नजर होने के बावजूद चिराग तले अंधेरा जैसा  दृश्य है। इस संबंध में पालिका के शहर अभियंता से संपर्क करने की कोशिश की गई किन्तु उनकी व्यस्तता के कारण संपर्क नहीं हो सका है। 

रिपोर्टर

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