सीआरपीएफ के जवान पर पुलिस की खाकी वर्दी का खौफ, नहीं मिल रहा न्याय

सरपतहां। थाना क्षेत्र के सुईथाकला(जुड़ापुर) गांव निवासी प्रभाकर नारायण सिंह पुत्र स्वर्गीय फतेबहादुर सिंह सीआरपीएफ में सब इंस्पेक्टर के पद पर कश्मीर के  वारामुला में तैनात हैं। सब इंस्पेक्टर का उनके पड़ोसी( विपक्षी) से जमीनी विवाद का मामला दीवानी न्यायालय में विचाराधीन है। आंधी तूफान के चलते उनका टीन  शेड गिर गया। संपूर्ण समाधान दिवस तथा क्षेत्राधिकारी शाहगंज को प्रार्थना पत्र देकर अवगत करवाया था कि टीन सैड रखवाते समय पड़ोसी इंद्र प्रताप व देव प्रताप  पुत्रगण राजेंद्र बहादुर सिंह,विवेक पुत्र नरेंद्र तथा सत्यम पुत्र देव प्रताप आदि लोगों ने विरोध किया और रखने नहीं दिया। बिना किसी स्थगन आदेश के पुलिस प्रशासन टीन शेड नहीं रखने दे रही है।

एसआई ने थाना अध्यक्ष विक्रम लक्ष्मण सिंह से टीन सेट रखने की बात कही जबकि सीओ शाहगंज ने भी मामले के निस्तारण के लिए थानाध्यक्ष को आदेशित किया था। क्षेत्राधिकारी के कहने पर थाने पर अपनी फरियाद लेकर पहुंचे एसआई को न्याय दिलाने के बजाय थाना अध्यक्ष ने थाने पर बैठा लिया और चालान कर दिया। जो देश का जवान सीमा की सरहद पर पूरे देश की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर करने को तत्पर रहता है वह आज थाना सहित तहसील के अधिकारियों कर्मचारियों के कार्यालय का चक्कर लगा  रहा है। यह कहा जा सकता है कि खाकी वर्दी का धौंस और खौफ देश के उन जवानों पर देखने को मिल रहा है जो मातृभूमि की रक्षा के लिए अपनी जान हथेली पर रखकर अपना सर्वस्व न्योछावर कर देते हैं। सरपतहां पुलिस की खाकी वर्दी का कहर भारत माता के वीर सपूतों पर भी बरप रहा है।

अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और शर्म की बात यह है कि पूरे देश और मातृभूमि की रक्षा करने वाले देश का जवान आज अपनी रक्षा खुद नहीं कर पा रहा है जिसके पीछे स्थानीय थाना और तहसील प्रशासन जिम्मेदार माना जा सकता है।जीरो टॉलरेंस की नीति की बात करने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शासन काल में भारत माता के सपूतों के साथ अन्याय अत्याचार और उत्पीड़न हो रहा है। सब इंस्पेक्टर ने मुख्यमंत्री तथा जिले के आला अधिकारियों जिलाधिकारी तथा पुलिस अधीक्षक से टीन सेट रखवाने की मांग की है। उप जिलाधिकारी से फोन पर वार्ता करने की कोशिश की गई कई बार कॉल करने के बाद भी उन्होंने फोन नहीं रिसीव किया। जब एसडीएम पत्रकारों का फोन रिसीव नही कर सकते तो आम जनता के न्याय के लिए उनकी क्या जवाबदेही तय होगी जो मुख्यमंत्री की नीतियों पर करारा तमाचा है। फोन न रिसीव करने की उनकी आदत बन गई है ।क्षेत्राधिकारी शुभम तोंदी से  जानकारी की गई तो उन्होंने मामले की जांच उपरांत उचित कार्रवाई कराने का आश्वासन दिया।

रिपोर्टर

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