पावरलूम की समस्याओं को लेकर भिवंड़ी अॉटो पावरलूम वीवर्स एसोसिएशन द्वारा ऊर्जा मंत्री को ज्ञापन

भिवंडी ।। भिवंडी पावरलूम कपडा उद्योग का मांचेस्टर माना जाता है यहां देश भर की अपेक्षा सबसे अधिक पावरलूम संचालित हैं परंतु महावितरण  द्वारा बरती जा रही अनियमितताओं के कारण उद्योग बर्बाद हो रहा है। उद्योग की सुरक्षा व अनियमितता में सुधारा किए जाने के लिए भिवंडी अॉटो पावरलूम वीवर्स एसोसिएशन का एक शिष्टमंडल मुंबई मंत्रालय स्थित ऊर्जा मंत्री से भेंटवार्ता कर ज्ञापन सौंपा है। इस ज्ञापन के माध्यम से एसोसिएशन ने ऊर्जा मंत्री को अवगत कराया है कि महावितरण द्वारा पारित किए गए कमर्शियल सर्कुलर नंबर 311 की अनियमितता में सुधार किया जाए। एसोसिएशन ने बताया कि भिवंडी में लगभग 50 हजार अॉटो पावरलूम संचालित हैं जिसमें लगभग 2 लाख मजदूर काम कर रहे हैं इसी प्रकार लगभग 6 लाख इंग्लिश (सादा) पावरलूम संचालित है। परंतु महावितरण द्वारा पूर्व 1 सितंबर 018 को कमर्शियल सर्कुलर नंबर 311 एमईआरसी के आदेशानुसार पारित किया गया है, इसी प्रकार एमईआरसी सप्लाई कोड 2015 में पावर फेक्टर, हार्मोनिक्स, डिस्ट्रिब्यूशन लाइसेंसी की आवश्यकता को पूरा करने के लिए उपभोक्ताओं को नोटिस देकर अवगत कराएं और समय सीमा के अनुसार तीन माह की अवधि निर्धारित की जाए। परंतु उक्त कमर्शियल सर्कुलर नंबर 311 पर भिवंडी क्षेत्र में बिजली आपूर्ति का कार्यभार संभालने वाली टोरेंट पावर कंपनी अमल नहीं कर रही है। उक्त समस्याओं के कारण पावरलूम कपडा उद्योग बर्बादी के कगार पर पहुंच गया है, मजदूर पलायन कर रहे हैं यदि व्याप्त समस्याओं का समाधान समय पूर्व नहीं किया गया तो पावरलूम कपडा उद्योग पूर्ण रूप से बंद हो जाएगा और लाखों की संख्या में लोग बेरोजगार हो जाएंगे। उक्त शिष्टमंडल में प्रदीप जिन्दल, विजय नोगजा, गनपत पुरोहित, सागर पन्चमतिया, विशाल अग्रवाल, पूजन मालदे तथा विधायक रूपेश म्हात्रे, महेश चौघुले शामिल थे। उक्त जानकारी एसोसिएशन के सदस्य विजय नोगजा ने दी है। 

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