326013 कार्ड धारकों का बनाया गया आयुष्मान कार्ड, 1310 लोगों का आवेदन हुआ रिजेक्ट

एनएफएसए के अंतर्गत डेटाबेस में 11,87,650 राशन कार्ड धारकों का है निबंधन

- गरीबी रेखा से नीचे गुजर कर रहे लोगों को मिलेगी पांच लाख रुपये तक की नि:शुल्क इलाज की सुविधा

बक्सर ।।  जिले के राशन कार्ड धारकों को आयुष्मान कार्ड का लाभ दिलाने के लिए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग प्रयासरत है। इस क्रम में बीते माह से सभी प्रखंडों में स्थित जनवितरण प्रणाली (पीडीएस) दुकानों पर विशेष शिविर लगाकर लाभुकों का आयुष्मान कार्ड बनाया गया। ताकि, जिले के जरूरतमंद लोगों को मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना का लाभ दिलाया जा सके। इस अभियान के पूर्व आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत जिले के 1,53,000 राशन कार्ड धारकों का आयुष्मान भारत कार्ड बनाया जा चुका है। जिनको प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का लाभ दिया गया। वहीं, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए) अंतर्गत लाभार्थियों के डेटाबेस में 11,87,650 राशन कार्ड धारकों का निबंधन है। जिन्हें मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना का लाभ दिलाया जाएगा। जिसमें आयुष्मान कार्ड के माध्यम से गरीबी रेखा से नीचे गुजर बसर कर रहे परिवारों को चयनित अस्पतालों में पांच लाख रुपये तक का नि:शुल्क इलाज की सुविधा दिलाई जा सके।

कार्ड के लिए 341730 लोगों ने दिया था आवेदन :

आयुष्मान भारत योजना के जिला समन्वयक डॉ. अशोक प्रसाद केसरी ने बताया कि जिले में मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना का लाभ लेने के लिए जिले में अब तक 341730 लोगों ने आवेदन किया था। जिनमें से 326013 राशन कार्ड धारकों का आयुष्मान कार्ड बनाया गया। इनमें राजपुर प्रखंड के 43177, सिमरी के 41414, इटाढ़ी के 39785, ब्रह्मपुर के 38929, डुमरांव के 35075, डुमरांव नगर परिषद क्षेत्र के 14635, बक्सर के 32093, बक्सर नगर परिषद क्षेत्र के 22452, नावानगर के 25194, चौसा के 19875, चौगाई के 10742, चक्की के 7455 व केसठ प्रखंड के 6961 कार्ड धारकों का आयुष्मान कार्ड बनाया गया। इसके अलावा 14407 लोगों का आवेदन पेंडिंग है। वहीं, जिले के 1310 लोगों का आवेदन रिजेक्ट कर दिया गया है।

घर बैठे भी बना सकते हैं अपना आयुष्मान कार्ड :

सिविल सर्जन डॉ. सुरेश चंद्र सिन्हा ने बताया कि आयुष्मान कार्ड बनाने में लाभुकों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो इसके लिए आयुष्मान एप भी लांच किया गया है। जिसे कोई भी लाभुक अपने मोबाइल पर डाउनलोड कर स्वयं आयुष्मान कार्ड बना सकते है। आयुष्मान कार्ड में ऑनलाइन ऑटो स्वीकृत प्रणाली लागू है। इसमें किसी अधिकारी या कर्मी के द्वारा राशन कार्ड की जांच नहीं की जाती है। आयुष्मान कार्ड के लिए पहले से राशन कार्ड ऑनलाइन है उसी के आधार पर डाटा स्वयं वेरीफाई हो जाता है। डाक्यूमेंट सही रहने पर दो मिनट के अंदर आयुष्मान कार्ड का पीडीएफ फाइल मोबाइल पर दिखने लगता है। एक राशन कार्ड में जितने भी नाम अंकित है वैसे सभी लाभुक एक ही मोबाइल पर ओटीपी मंगवा सकते हैं। ओटीपी के लिए एक घर में अलग-अलग मोबाइल की जरूरत नहीं है।

रिपोर्टर

संबंधित पोस्ट