गोपीगंज में स्वच्छता अभियान की निकली हवा नगर में चातुर्दिक गंदगी का साम्राज्य

रिपोर्ट-राम मोहन अग्निहोत्री

गोपीगंज, भदोही ।। प्रधानमंत्री मोदी के स्वच्छ भारत के सपने को नगर पालिका गोपीगंज में कर्मचारी पतीला लगाने का काम कर रहे हैं, एक ओर जहां साफ सफाई के नाम पर प्रतिमाह पालिका प्रशासन लाखों रुपए खर्च कर स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 का हिस्सा बनने का कोशिश कर रहा है वहीं बेलगाम कर्मचारियों के कारण स्वच्छता अभियान औधे मुंह गिर पड़ा है। नगर के उदासीन अखाड़ा गली में नगर पालिका प्रशासन द्वारा मोबाइल शौचालय रखवा कर गली में स्वच्छ वातावरण बनाने की कोशिश किया गया लेकिन सफाई कर्मियों द्वारा मोबाइल शौचालय के नियमित सफाई ना करने से आज उक्त शौचालय को खुद गंदगी के रूप में लोगों के सामने खड़ा होना पड रहा  है। बेहतर साफ-सफाई व रखरखाव न होने से जहां शौचालय का दरवाजा गायब है वही पानी की टंकी में कोई जल कनेक्शन नहीं है कि जिससे उसका उपयोग हो सके। शौचालय के आगे इतनी गंदगी है कि कोई भी उक्त शौचालय का इस्तेमाल नहीं करेगा इस संदर्भ में वार्ड सभासद अर्चना जायसवाल द्वारा नगर पालिका में साफ सफाई की बात उठाई गई थी लेकिन बेलगाम कर्मचारी नगर पालिका प्रशासन को स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 की सूची से बाहर करने का काम कर रहे हैं। गौरतलब हो कि नगर में स्वच्छता के नाम पर लाखों रुपए खर्च हो चुके हैं लेकिन नगर के तमाम गलियों का हाल यही है जानकारी होने पर भी जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारियों के आगे बेबस हो अपने आंख मूंदे हुए हैं और नगर में गंदगी की भरमार दिन पर दिन बढ़ रही है देखा जाए तो नगर के सभी मोबाइल शौचालयों का यही हाल है जहां नियमित साफ-सफाई के अभाव में सभी मोबाइल शौचालय निश प्रयोज्य हालत में स्वच्छता अभियान की खिल्ली उड़ा रहे हैं ।

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