आरोपी का केस ना लड़े कोई वकील - कल्याण वकील संघटन

बदलापुर प्रकरण : कल्याण कोर्ट ने 22 आंदोलनकारियों को दिया 14 दिन की हिरासत

कल्याण: बदलापुर में दो चार साल के मासूम बच्चों पर हुए अत्याचार के विरोध में बदलापुर के लोगों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए करीब 10 घंटो तक ट्रेन को रोके रखा । इस घटना का असर पूरे देश में देखने को मिला करीब 300 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और 22 लोगों को गिरफ्तार कर आज कोर्ट में पेश किया गया इन प्रदर्शनकारियों को छुड़ाने के लिए कल्याण व बदलापुर के अधिवक्ताओं ने पहल की है और मुफ्त में उनका केस लड़ने की बात करते हुए आरोपी का केस किसी भी वकील को ना लड़ने का फलक लगाया, हालांकि इन आंदोलनकारियों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है ।

विदित हो कि बदलापुर के एक नामी स्कूल में दो मासूम बच्चियों पर अत्याचार किये जाने की घटना से पूरे बदलापुर में तांडव मचा दिया । स्कूल के खिलाफ लोगो का गुस्सा फूट पड़ा और वे सड़क से रेलवे ट्रैक पर उतर गए जिससे करीब दस घंटो तक रेल सेवा बाधित रही । रेलवे पुलिस ने इस मामले में करीब 300 लोगो के खिलाफ मामला दर्ज कर 22 को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया इन प्रदर्शनकारियों की मदद के लिए कल्याण और बदलापुर वकील संघों ने पहल की और वे आंदोलनकारियों से किसी भी प्रकार का शुल्क लिए बिना अदालत में पैरवी करने व उनको निःशुल्क जमानत दिलाने का घोषणा किया ।
 
जब वकील उनकी जमानत कराने के लिए हस्ताक्षर लेने कल्याण रेलवे पुलिस स्टेशन गए तो वहां कल्याण रेलवे पुलिस और वकीलों के बीच बहस हो गई । आरोप है कि जब वकील जमानत के लिए प्रदर्शनकारियों के हस्ताक्षर लेने गए तो रेलवे पुलिस कर्मियों ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया। वकीलों ने आरोप लगाया कि पुलिस प्रदर्शनकारियों के हस्ताक्षर एकत्र करने में बाधा डाल रही है। इस पर वकीलों ने नाराजगी जताई। वकीलों ने बताया कि प्रदर्शनकारियों में सरकारी कर्मचारी भी शामिल थे । 

वही बदलापुर अत्याचार मामले के आरोपी अक्षय शिंदे को आज कल्याण कोर्ट में पेश किया गया कोर्ट ने उसे 26 अगस्त तक हिरासत में भेज दिया है । कल्याण के वकील संघ ने अपील की है कि आरोपी अक्षय शिंदे का केस कोई भी वकील ना लड़े ऐसा उन्होंने फलक भी लगाया है । बदलापुर प्रकरण में एड उज्जवल निकम की विशेष सरकारी वकील के रूप में नियुक्ति की गई । जिस पर आपत्ति जताते हुए विरोधी पक्ष नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा कि वह शिक्षण संस्थान एक पार्टी का है और उसी पक्ष के संबंधित वकील को विशेष वकील के रूप में नियुक्त किया गया है। कल को यह मामला दबा दिया गया तो कौन जिम्मेदार है? 

रिपोर्टर

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