भिवंडी निजामपुर महानगर पालिका प्रशासन की नाकामी: 713 करोड़ रुपये टैक्स बकाया

भिवंडी। भिवंडी निजामपुर शहर नगर पालिका प्रशासन की लापरवाही के कारण शहर की प्रगति ठप पड़ी हुई है। 713 करोड़ रुपये के हाउस टैक्स और पानी टैक्स बकाया होने के बावजूद पालिका प्रशासन लगातार असफल साबित हो रहा है। इस बकाया राशि की वसूली न होने के कारण नगर के विकास कार्य अवरुद्ध हो गए हैं और यहां तक कि कर्मचारियों को वेतन देने के लिए भी शासन की निधि का इंतजार करना पड़ता है।

वसूली में प्रशासन की निष्क्रियता‌: 

अनेकों बार ब्याज माफी योजना की शुरुआत करने के बावजूद भी टैक्स वसूली नहीं हो पा रही है। हाल ही में प्रशासन द्वारा चलाई गई 15 दिन की ब्याज माफी योजना के अंतर्गत सिर्फ 3 करोड़ 55 लाख रुपये वसूले गए, जो कि कुल बकाया राशि के मुकाबले बेहद कम है। इसका साफ मतलब है कि प्रशासन की कार्यशैली और योजना पूरी तरह से असफल हो रही है।

कर्मचारियों की अनियंत्रित बदली :

वसूली में लगातार हो रही नाकामी के बाद, प्रशासन अब एक नया खेल खेल रहा है।जिन कर्मचारियों की वसूली का स्तर कम है, उन्हें दूसरे विभागों में ताबड़तोड़ बदली किया जा रहा है। यह कदम चार साल पहले उठाना चाहिए था लेकिन अब प्रशासन इसे अपनी असफलता छिपाने के लिए कर रहा है। 

पालिका आयुक्त पर सवाल : 

महानगर पालिका के आयुक्त और प्रशासन की इस लापरवाही ने पूरे शहर को विकास के मामले में पीछे धकेल दिया है। एक तरफ जहां शहर की जनता बुनियादी सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रही है, वहीं दूसरी ओर प्रशासन की नाकामी और आयुक्त की निष्क्रियता पर सवाल उठ रहे है। अगर प्रशासन ने समय पर कदम उठाए होते और टैक्स की वसूली सही तरीके से की होती, तो आज शहर के विकास कार्य इस प्रकार ठप न पड़े होते। 

आवश्यक कदम उठाने की जरूरत :

भिवंडी निजामपुर महानगर पालिका प्रशासन को अब अपनी निष्क्रियता छोड़कर जिम्मेदारी उठानी चाहिए। टैक्स वसूली के लिए सख्त कदम उठाने के साथ ही कर्मचारियों की मनमानी बदली रोककर उन्हें सही दिशा में काम करने के लिए प्रेरित करना चाहिए। अगर ऐसा नहीं हुआ, तो शहर का विकास हमेशा की तरह अवरुद्ध रहेगा, और प्रशासन की नाकामी का खामियाजा जनता को भुगतना पड़ेगा।

रिपोर्टर

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