बीपीएससी पेपर लीक मामले पर स्वतः संज्ञान लें पटना उच्च न्यायालय - पंकज राय

जिला संवाददाता संदीप कुमार की रिपोर्ट



कैमूर- कैमूर किसान यूनियन के संस्थापक सदस्य पंकज राय बीपीएससी परीक्षा में हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ पटना के गांधी मैदान में सत्याग्रह कर रहे छात्रों को समर्थन देने पटना पहुंचे। पटना पहुंचने के बाद पंकज राय ने कहा कि बिहार सरकार बिल्कुल निरंकुश हो गई है और परीक्षार्थियों के हितों को नजरअंदाज कर रही है। छात्रों के समर्थन में प्रशांत किशोर भी आमरण अनशन पर बैठे हैं और हम उम्मीद करते हैं कि विपक्ष की और पार्टियां और उनके नेता भी छात्रों को समर्थन देंगे ? आखिर तेजस्वी यादव अब तक इस सत्याग्रह का हिस्सा क्यों नहीं बन रहे हैं ? पंकज राय ने यह भी कहा कि माननीय पटना उच्च न्यायालय को इस मामले में स्वतः संज्ञान लेना चाहिए और तत्काल 70वीं बीपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा को निरस्त करने का आदेश देना चाहिए और एक न्यायिक जांच के लिए आयोग का गठन माननीय पटना उच्च न्यायालय के वर्तमान या पूर्व जज के निर्देशन में होना चाहिए। ताकि मामले की निष्पक्ष जांच हो सके, कि कितने केंद्रों पर भ्रष्टाचार हुआ है ? परीक्षा में चार लाख अस्सी हजार छात्र शामिल हुए थे और 912 परीक्षा केंद्र बनाया गया था। जिसमें से 22 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा निरस्त की गई थी और दोबारा 4 जनवरी को 12,000 छात्रों को पुनः एग्जाम देने के लिए बुलाया गया था।लेकिन बिना जांच किए कैसे पता चलेगा कि 22 परीक्षा केंद्रों पर पेपर लीक हुए थे, यह सैकड़ों परीक्षा केंद्रों पर पेपर लीक हुए थे ?

यह निष्पक्ष जांच के बगैर कैसे तय होगा ?

सरकार में बैठी पार्टियाँ हो या विपक्ष में बैठी पार्टियाँ हों, दोनों इस मामले पर चुप्पी साध ली हैं। बिहार में सत्ता व विपक्ष और सिस्टम के सर्जरी की जरूरत है। क्योंकि भ्रष्टाचार का कैंसर सत्ता से लेकर के विपक्ष और पूरी व्यवस्था में व्याप्त हो चुका है।

रिपोर्टर

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