स्वामी विवेकानंद जी की जयंती पर जिला प्रशासन द्वारा मनाया गया राष्ट्रीय युवा दिवस

जिला संवाददाता संदिप कुमार 



कैमूर- स्वामी विवेकानंद जी की जयंती पर जिला पदाधिकारी सावन कुमार के नेतृत्व में मनाया गया राष्ट्रीय युवा दिवस। उप विकास आयुक्त ने युवाओं को प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि विवेकानंद जी का युवाओं में अटूट विश्वास था। उनका मानना था कि युवा ही देश का भविष्य हैं। अगर युवा जागरूक होंगे, तो देश प्रगति करेगा। उन्होंने कहा था, 'तुम मुझे 100 युवा दो, मैं पूरे विश्व को बदल दूंगा।' इस पंक्ति से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि युवाओं में कितनी बड़ी शक्तियां समाहित हैं। एक सदी पहले के उनके विचार आज भी उनके ही प्रासंगिक हैं। उन्होंने स्वामी विवेकानंद के व्यक्तित्व और उनके विचार से ओत प्रोत होकर युवाओं को भविष्य के लिए संदेश देते हुए कहा की


'युवा वो जो थकता नहीं,चुनौतियों से डरता नहीं'

बताते चलें कि आज स्वामी विवेकानंद का जन्मदिन है। आज के दिन को भारत में राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। भारत में 1984 से ही हर साल 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जा रहा है। इस दिन पर देशभर में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। स्वामी विवेकानंद युवा शक्ति को हमेशा से प्राथमिकता देते थे। स्वामी विवेकानंद ने युवाओं को संदेश दिया था कि वे अपने सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करें। उन्होंने युवाओं को कहा था कि वे अपने देश के लिए कुछ अच्छा करें और मानवता की सेवा करें। उन्होंने युवाओं को आत्मविश्वास से भर दिया और उन्हें बताया कि वे कुछ भी कर सकते हैं अगर वे दृढ़ निश्चयी हैं। ऐसे में उनके जन्मदिन को युवाओं के लिए समर्पित किया गया।


दरअसल 12 जनवरी, 1863 को ही पश्चिम बंगाल के कोलकाता में स्वामी विवेकानंद का जन्म हुआ था। स्वामी विवेकानंद का असली नाम नरेंद्रनाथ दत्त था। स्वामी विवेकानंद का नाम इतिहास में एक ऐसे विद्वान के रूप में दर्ज है, जिन्होंने मानवता की सेवा को अपना सर्वोपरि धर्म माना। स्वामी विवेकानंद ने अमेरिका के शिकागो में धर्मसभा के दौरान अपने धाराप्रवाह भाषण से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त की। उनके इस भाषण को सुनकर पूरी दुनिया स्तब्ध रह गई थी। उनके इस भाषण की पूरी दुनिया के लोगों ने सराहना की। 


स्वामी विवेकानंद की जयंती को भारत सरकार ने राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में घोषित किया। इस खास दिन का उद्देश्य युवाओं का मार्गदर्शन करना और उन्हें प्रेरित करना होता है। माना जाता है कि किसी भी राष्ट्र के निर्माण में सबसे बड़ा हाथ वहां के युवाओं का होता है। स्वामी विवेकानंद ने युवाओं को आत्मविश्वास और ऊर्जा से भर दिया और उन्हें राष्ट्र सेवा के लिए प्रेरित किया। उनके विचारों ने युवाओं को न केवल भारत में बल्कि दुनियाभर में प्रेरित किया।


साल 2025 में राष्ट्रीय युवा दिवस का मुख्य विषय 'राष्ट्र निर्माण के लिए युवा सशक्तिकरण' है। यह थीम युवाओं को देश के विकास में एक सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित करती है। इसके साथ ही, इस वर्ष की थीम 'युवा एक स्थायी भविष्य के लिए: लचीलेपन और जिम्मेदारी के साथ राष्ट्र को आकार देना भी है। यह थीम युवाओं को एक ऐसे भविष्य के निर्माण के लिए प्रेरित करती है जो न केवल समृद्ध हो, बल्कि पर्यावरण के प्रति भी संवेदनशील हो। यह थीम युवाओं में लचीलापन और जिम्मेदारी की भावना को बढ़ावा देती है, ताकि वे देश के सामने आने वाली चुनौतियों का सामना कर सकें और एक बेहतर कल का निर्माण कर सकें। राष्ट्रीय युवा दिवस में युवाओं द्वारा भाषण प्रतियोगिता में भाग लिया गया। जिसमें अरविंद कुमार पहला स्थान, शिवम् कुमार द्वितीय स्थान तथा काजल कुमारी ने तीसरा स्थान हासिल किया जिसको उपविकास आयुक्त द्वारा पुरस्कृत किया गया। इस मौके पर बड़ी संख्या में स्कूली बच्चे,स्काउट गाइड सहित अन्य समाजसेवी भी उपस्थित थे।

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