किसानों को उचित मुआवजा नहीं मिलने पर किसानों ने किया बैठक

संवाददाता सुचित पान्डेय की रिपोर्ट 

रामपुर(कैमूर)-- भारत माला एक्सप्रेस वे पथ निर्माण के लिए किसानों का भूमि अधिग्रहण जिला के पांच प्रखंड से किया जा रहा है। इसके बदले में किसानों को उचित मुआवजा नहीं सरकार द्वारा नहीं दिया जा रहा है। जिससे नाराज किसान पसाई में किसान संघर्ष मोर्चा की बैठक मंगलवार को हुई। जिसका अध्यक्षता विमलेश पान्डेय व संचालन पशु पती सिंह ने किया। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि हम लोगों को अपने बाल बच्चों के लिए अंतिम लड़ाई लड़नी है। पैसा पाने के लिए कई किसानों ने भू-अर्जन कार्यालय में कागजात जमा किया है। लेकिन,अभी तक मात्र 15-20 किसानों को ही पैसा मिला है। सरकार किसानों से कागजात लेना चाहती है। इसके बाद पैसा देना नहीं चाहता है। जिला प्रशासन कागजात जमा करा कर किसानों की भूमि अधिग्रहण करना चाहती है। एक जिला एक प्रकृती, एक भूमि व एक मुआवजा की मांग सरकार से करने के लिए बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया। जिसको लेकर पटना में 25 अगस्त को सीएम आवास घेराव किया जाएगा। जिसमें कैमूर जिला से एक हजार किसान भाग लेंगे। इसके अलावा रोहतास व औरंगाबाद जिला से भी काफी संख्या में किसान भाग लेंगे। सरकार सिओ मौजा में किसानों को एक करोड़ 30 लाख रुपए प्रति एकड़ देने की घोषणा किया है। जबकि अन्य मौजा के प्रभावित किसानों को 30 लाख रुपए प्रति एकड़ मुआवजा दिया जा रहा है। इस प्रकार की विसंगती किसान बर्दाश्त नहीं करेंगे। जब तक सिओ मौजा के हिसाब से मुआवजा हम लोगों को मिलेगा नहीं तब तब हम लोग कागजात न जमा करेंगे और न ही मुआवजा लेंगे। इसके लिए जिला प्रशासन दमनकारी रवैया अपनाएं। बैठक में अनिल सिंह, तिलेश्वर दुबे, टुनटुन सिंह, राजनाथ कुशवाहा, जमुना राम,बिकी सिंह, सुनिल सिंह,ददन सिंह, रामाकांत, मंशा जी,मनोज तिवारी, रामाशंकर तिवारी,केशव राय सहित सैकड़ों किसानों ने भाग लिया था।

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