साहब एक नजर इधर भी उपेक्षा का शिकार शिवपुर का यह स्थान

 वाराणसी / शिवपुर धर्म और आध्यात्म की नगरी काशी में शिवपुर का विशेष स्थान है। ऐसी मान्यता है कि अज्ञातवास के दौरान पाँचो पांडव शिवपुर में ही आ कर रुके थे और शिवजी का मंदिर स्थापित किये थे जिसे पाँचो पांडवा मंदिर के नाम से जाना जाता है। बगल में ही फलाहारी बाबा का मंदिर, शिवपुर रामलीला मैदान, माता अष्टभुजी मंदिर, अतिप्राचीन तुलसीदास कालीन कोटेश्वर हनुमान मंदिर है। इसी क्रम में लालजी कुआँ के समीप अति प्रसिद्ध माता बनशक्ति देवी का मंदिर है। ऐसी मान्यता है कि निःसंतान दम्पति यदि माता बनशक्ति देवी का सच्चे मन से दर्शन कर लें तो उनकी मनोकामना अवश्य पूरी हो जाती है। इस स्थान पर बासंतिक नवरात्रि में मेला भी लगता है। ऐसा पवित्र और धार्मिक स्थल प्रशासनिक एवं जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा का शिकार है। मंदिर के ठीक सामने सीवर ओवरफ्लो होने के कारण सड़क पर गन्दा पानी फैल गया है, श्रद्धालुओं को माता का दर्शन करने हेतु इसी सीवर के पानी में से होकर गुजरना होता है। आसपासके रहने वालों ने बताया कि विगत एक माह से कई बार नगर निगम में शिकायत करने के बाद भी अधिकारियों और कर्मचारियों के कान पर जूं तक नहीं रेंगा। दर्शनार्थियों के साथ-साथ वहाँ के  निवासियों और स्कूल जाने वाले छोटे-छोटे बच्चों को भी आने जाने में असुविधा होती है, कईबार तो बच्चे इसमें गिर जाते हैं और कपड़ा खराब हो जाता है। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि प्रधानमन्त्री के संसदीय क्षेत्र में विकास कार्यो में इस प्रकार की अनदेखी समझ से परे है, यदि शीघ्र ही सीवर नहीं दुरुस्त कराया गया तो मजबूरन हम लोगों को धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे।

रिपोर्टर

संबंधित पोस्ट