भदोही को जिला बने 25 वर्ष बीत गये आज भी समस्या जस की तस

रिपोर्ट-हैदर संजरी 

भदोही।। कालीन नगर भदोही जब 1994 में जिला बना तो उसके बाद कानपूूूूर मंंडल के औरैया 1997 में  जिला घोषित हुआ था।आज औरैया की सड़के वहां का मुुुुख्य उद्योग पशुुुपालन व देशी घी आदि सब व्यवस्थित ढंग से चल रहा है।जबकि विश्व विख्यात कालीन नगरी आज भी मूलभूत सुविधाओं का दंश झेल रहा है।भदोही में बड़ी समस्या जल निकासी, कूड़ा निस्तारण केंद्र का आभाव सहित गड्ढायुक्त सड़क व शुद्ध पेयजल संकट आदि मुख्य है।कहने को डालर नगरी भदोही में इन 25 वर्षो  में एक पार्क तक नही बन सका।छोटे छोटे बच्चे सड़को पर ही क्रिकेट व बैडमिंटन खेलने को विवश है।देखा जाय तो इन 25 वर्षो में विभिन्न पार्टियो की सरकारे रही है।लेकिन सभी जनप्रतिनिधियों द्वारा भदोही की घोर उपेक्षा किया है।आज उपेक्षा के चलते समस्या यह हुई की कालीन उद्योग ही प्रभावित हो रहा है।अधिकांश युवा बेरोजगारी का दंश झेल रहे है।कितने युवा अन्य प्रदेश सहित अन्य देश रोजी रोटी के लिए जाने को विवश हो गये।समझ में नही आ रहा है कि आखिर कालीन नगरी की असल पहचांन कैसे वापस हो।ईश्वर ही कल्याण करे।वर्तमान जनप्रतिनिधियों से जनता की अपेक्षा है कि भदोही में कूड़ा निस्तारण केंद्र की व्यवस्था को लेकर गम्भीरता बरते, शहरी क्षेत्रों के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों के बदहाल सडको की सुधि ले।जल निकासी समस्या के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य को अमल में लाये।अधर में लटके गजियां फ्लाई ओवर निर्माण हो।नव निर्मित बस डीपो, एमबीएस में बन कर तैयार 100 बेड का मातृ शिशु विंग  का शुभारंभ हो।

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