पंचायत की खदानों पर, रेत माफियाओं का कब्जा... मंत्री के गृह क्षेत्र में ही मंत्री के निर्देशों का उड़ाया जा रहा मखौल

सीधी ।। जिले में चल रही पंचायतों की रेत खदानों पर रेत माफियाओं का कब्जा जा बना हुआ है। शासन के नियम कायदों को दरकिनार कर रेत माफिया अपना नियम और कानून दोनों एक साथ चला रहे हैं ऐसे में पंचायत के सरपंच और सचिव रबर
स्टांप बनकर रह गए हैं।
गौरतलब है कि बहरी, शिहावल सहित जिले में करीब दर्जन भर रेत खदाने संचालित हैं। जिनमे बारपान, डोल, रामडीह,, खूटेली,भरुही, सहित दर्जन भर खदाने नियमो तो ताक में रखकर उत्खनन कर रही हैं, न तो NGT के निर्देशों का पालन हो रहा है नजे ही म.प्र.गौड़ खनिज अधिनियम के कंडिकाओ का पालन हो रहा है। प्रशासन कार्यवाही के बजाए यूं हाँथ बांधे बैठा है मानो जिले में संविधान नही बल्कि अंग्रेजशाही चल रही है। यह कोई अनजाना सा डर है तो आखिर किसका है! यह भी कोई खुलकर बोलने को तैयार नही है। प्रशासन में बैठे जुम्मेवार पत्रकारों के जवाब देने से भी कतरा रहे हैं यह 25 वर्ष पूर्व के एक राजनैतिक संकट(ऐमरजेंसी) युग की याद दिला रहा है।

भाजपा नेता कर चुकी है कई मर्तबा विरोध...

रेत खदानों में टू टेन मशीन और जेसीबी से रेत निकालने और लोडिंग करने को लेकर जिला पंचायत सदस्य उषा पटेल द्वारा कई मर्तबा खुलकर विरोध किया गया है लेकिन रेत माफियाओं द्वारा साठगांठ कर भाजपा नेता के विरोध को दवा दिया जाता है हालांकि भाजपा नेता द्वारा कई ऐसे सबूत दिए गए हैं जिससे साफ जाहिर होता है कि रेत खदानों में खनिज नियम का खुला उल्लंघन किया जा रहा है।

खदानों में नदी में घुसकर लोड हो रहे हाईवा और बड़े वाहन...

बताया गया है कि पंचायत की रेत खदानों में हाईवा सहित अन्य बड़े वाहन वर्जित हैं बावजूद इसके रेत खदानों में हाईवा और ट्रक समेत अन्य बड़े वाहन रेत लोड कर रहे हैं। खास बात तो यह है कि इन रेत खदानों में मध्य प्रदेश की बात तो दूर उत्तर प्रदेश के भी वाहन रेत लेने के लिए आ रहे हैं। खुली छूट होने के कारण वाहन मालिक भी शासन के राजस्व का नुकसान कर रहे हैं।

एक टीपी में कई चक्कर लगा रहे वाहन...
बता दें कि रेत माफियाओं द्वारा टीपी की भी चोरी की जा रही है।
इनके द्वारा स्थानीय स्तर पर रेत लेने वालों को एक टीपी पर कई चक्कर रेत दिया जा रहा है जिससे वाहन मालिकों द्वारा दिन रात एक कर रेत का कारोबार किया जा रहा है खास बात तो यह है कि टीवी चोरी करने में माहिर वाहन मालिक और रेत माफिया कई बड़ी घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं।
मंत्री के निर्देश को भी ठेंगा दिखा रहे रेत माफिया
पंचायत की रेत खदानों के नियम कानून को पालन करने के लिए पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री कमलेश्वर पटेल और खनिज मंत्री प्रदीप जयसवाल सख्त निर्देश दे चुके हैं कि पंचायतों द्वारा संचालित रेत खदानों मैं शासन के नियम कानून का पालन किया जाए बावजूद इसके रेत माफियाओं द्वारा मंत्रियों के आदेश और निर्देश दोनों को ठेंगा दिखा रहे हैं। ऐसे में साफ जाहिर होता है कि रेत माफिया खुद को किसी मंत्री और मिनिस्टर से कम नहीं समझ रहे हैं।
खदानों में हो रहा नियम का उल्लंघन...
पंचायतों द्वारा संचालित रेत खदानो में बारपान, भरूही, डोल खुटेली,निधपुरी, सतपहरी व गोतरा, रामडीह आदि खाड़ने शामिल हैं लेकिन यहाँ गौरतलब यह भी है कि गोतरा व निधपुरी में प्रशासन कई मर्तबा छापामार कार्यवाही कर चुका है लेकिन बहरी व शिहावल क्षेत्र में संचालित खदानों में नियम विरुद्ध निकाले जा रहे रेत पर प्रशासन मौन है यही नही जिले से एकलौते मंत्री कमलेश्वर पटेल के निर्देशों का भी पालन करने में भी खनिज और राजश्व के अधिकारी कोताही बरत रहे हैं, अब लोग दबी जुबान माननीय के निर्देशों की अवहेलना पर भी चर्चा करने लगे हैं ।

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