जगत की जननी होती है माँ के बीना सारा जहान अधूरा केक व गिफ्ट देकर मा का किया सम्मान - कोमल उर्फ श्वेता

वाराणसी ।। कदवा"माँ" शब्द के पुकार से कुछ अलग तरह का प्यार सामने झलक पड़ता है,एक माँ ही जो अपने वंश की सभी गलती को माफ़ कर आगे से सही मार्ग पर चलने की प्रेरणा देती है। कंदवा निवासी कोमल उर्फ श्वेता सेठ ने आज मातृ दिवस पर कहा हर लड़की जब जन्म लेती है तो पहले अपनी जन्म देनी वाली माँ के प्यार से बड़ी होती है शादी के बाद अपने सासु माँ के प्यार के आँचल में अपनी दाम्पत्य जीवन को जीते हुए अपने माँ बनने के बाद अपने वंश को वही प्यार देने में लग जाती है।दाम्पत्य जीवन में माँ बनने की ख़ुशी का इंतजार सभी पत्नी को रहता है उसी कड़ी में कोमल उर्फ श्वेता ने कहा कि मां वह चीज है जो दुनिया में कोई रिश्ता नहीं है जिससे सारे दुखों को दर्शाया जा सकता है और मां ही उसे समझती है और पूरा भी करती है चाहे कितना ही बड़ी गलती हो लेकिन मां के आंचल से ढक जाती है फिर पुनः माफ कर आगे की दिशा पर चलने की आग्रह करती है तो मां को माही समझे उन्हें किसी भी प्रकार का परेशानी ना दे । जो मा बच्चों के लिए दुनिया की हर खुशी खोजती हैं आज मां दिवस पर सभी माताओं को दिल प्रणाम करता हूँ । क्यों कि मै भी एक मा हूँ मेरे पास एक बिटिया लगभग 3 वर्ष की हो चुकी है जिसका नाम है सिद्धि वह मेरी ममता को सिद्ध करेगी बेटी और बेटों में कोई अंतर नहीं है क्योंकि बेटियां ही घरों की समाजों की बहुत बड़ी खुशियां हैं इसलिए हम सभी देशवासियों से अनुरोध करता हूं की मां की सेवा करें और उन्हें पूर्ण भारती के रूप में सम्मान करें उन्हें ईश्वर स्वर्ग में ही लेगा मां मां ही होती हैं मैं मैं अपने मां को मां का रूप ही देता हूं और मैं जानता हूं कि मेरी मां जैसी दुनिया में कोई नहीं है मां का सेवा करना ही ईश्वर के बराबर है। कोमल उर्फ श्वेता सेठ ने मा दिवस के अवसर पर केक काटकर व गिफ्ट देकर मा को मा का सम्मान किया ।

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