शिकंजे में आई लूटेरी दुल्हन, सरगर्मी से की जा रही है अन्य साथियों की तलाश

पचोर राजगढ़ ।। पचोर की पुलिस टीम को शादी का झांसा देकर लोगों से धोखाधड़ी कर पैसे एंठने वाली एक गैंग के साथियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल हुई है। यही नहीं लूटेरी दुल्हन को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।

भोजपुरिया पचोर के निवासी मोती लाल पिता छगन लाल जाटव द्वारा थाना पचोर पहुंचकर अपनी आपबीती सुनाई रिपोर्ट पर संज्ञान लेते हुए थाना प्रभारी श्री डीपी लोहिया द्वारा फरियादी को उसकी हर संभव मदद देने हेतु आश्वासन दिया गया, चुंकि मामला लूटेरी दुल्हन से संबंधित था तो मामले में तत्काल आरोपियों के विरूद्ध अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री नवल सिंह सिसौदिया तथा अनुविभागीय पुलिस अधिकारी सारंगपुर सुश्री जोईस दास के निर्देशन में उप निरीक्षक धर्मेन्द्र शर्मा के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया, टीम द्वारा तकनीकी सहायता प्राप्त कर मामले में अग्रिम विवेचना प्रारंभ की और जल्द ही पुलिस टीम को सफलता भी मिल गई। 

पूरा मामला कुछ इस प्रकार है कि फरियादी ने बताया कि दिनांक 08.06.20 को परफेक्ट मैच पांईट मैरिज ब्यूरो इन्दौर से मेरे पिता छगनलाल के पास मेरे रिस्ते के लिये फोन आया था, उन्होने फोन पर बताया कि लडकी वालो से पूरी बात हो गयी है, आप रिस्ते के लिये आ जाओ। फिर दिनांक 22ध्06ध्20 को मै तथा मेरे पिताजी छगनलाल व मेरी मम्मी मीनाक्षी तीनो परफेक्ट मेरिज ब्यूरो के आफिस गये थे और वही पर हमारी मुलाकात लडकी साधना, उसके जीजा गजेन्द्र व साधना की बडी बहिन ममता सिंह से हुई थी, और इन्हीं लोगों के सामने साधना से मेरी शादी की बात तय हो गई थी। साधना से शादी के बदले 260000/- रूपये की बात हुई थी जो जो हमें देना थे तभी मेरे द्वारा मेरिज ब्यूरो वाले सचिन यादव तथा ममता सिह को नगद व चैक के माध्यम से कुल 260000 रूपये दिये गये थे, तदोपरांत पहले साधना से मेरी कोर्ट मेरिज हुई थी और साधना से शादी करके हम उसे हमारे घर पचोर ले आये थे, शादी के बाद दिनांक 29ध्06ध्20 तक मेरी पत्नी साधना मेरे घर भोजपुरिया पचोर में रही, इसी बीच साधना का जीजा गजेन्द्र उसे लेने आया और साधना को अपने साथ लेकर पचोर से चला गया, शाम के समय मेरे द्वारा मेरी पत्नी साधना से बात करने के लिये गजेन्द्र को फोन लगाया तो उसका मोबाईल बंद आया। इसके बाद मैं व मेरे पापा व मम्मी साधना को लेने हेतु गजेन्द्र के बताये पते पर गये तो वहां पर कोई भी व्यक्ति नही मिला। पत्नी साधना की तलाश की गई तो जानकारी मिली की साधना पहले से ही शादी शुदा है, साधना ने मुझसे शादी करते समय पूर्व मे शादी करने वाली बात हमारे परिवार से छुपाई थी। इस तरह साधना ने मेरे से बेईमानी व कपटपूर्ण तरीके से शादी की गई। मेरे द्वारा काफी दिनों तक साधना व उसकी बडी बहिन ममतासिंह, साधना के जीजा गजेन्द्र व मेरिज ब्यूरो वाले सचिन यादव की तलाश की गई तो ये लोग वहां पर नही मिले, फरियादी की रिपोर्ट पर थाना पचोर में अपराध क्र 321ध्20 धारा 420, 495, 496, 34 भादवि का कायम कर विवेचना में लिया गया ।

प्रकरण की गम्भीरता को देखते हुये पुलिस अधीक्षक श्री प्रदीप शर्मा द्धारा आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी हेतू निर्देशित किया गया, पुलिस टीम द्वारा लगातार आरोपीगणो की इंदौर, देवास सहित उनके मिलने के अन्य संभावित स्थानो पर तलाश की गयी तभी मुखविर से सूचना प्राप्त हुई कि एबी रोड पर ब्यावरा से सारंगपुर की तरफ एक टाटा इंडिका गाडी क्र एमपी 09 सीएफ 7600 में एक ड्रायवर व दो महिलायें बैठी हैं तो संभवतया इस मामले की आरोपी हो सकती हैं, सूचना पर से पचोर पुलिस उदनखेडी पहंुचकर चैकी के सामने वाहन चैकिग करने लगे तभी उक्त े कार आती हुई दिखी जिसे रूकवाया गया तो रोकते ही गाडी का ड्रायवर गाडी से निकलकर भाग गया, उसमे बैठी दो महिलाओ से पूछताछ की गयी जिन्होेने अपना नाम साधना पति संजय सौलंकी उम्र 22 साल निवासी ग्राम उटावत जिला धार व ममता पति गजेन्द्र राजावत उम्र 31 साल निवासी कालंदी गोल्डा सिटी इन्दौर किराये का मकान बताया व भागने वाले व्यक्ति का नाम गजेन्द्र राजावत बताया उक्त महिलाओं द्वारा अपने गैंग के सदस्यों के साथ मिलकर धोखाधडी से फर्जी शादी का प्रपंच रचकर कुछ दिन रूककर पैसे व जेवरात लेकर अपने साथीयो के साथ फरार होने की घटना को अंजाम दिया था, इन महिलाओ तथा इनके साथियो द्वारा फर्जी शादी करके पैसा लेकर फरार हो जाने का पेशा बना रखा है उक्त महिलाओं को अपराध सदर में गिरफ्तार किया गया एवं वाहन क्र एमपी 09 सीएफ 7600 को विधिवत जप्त किया गया, शेष आरोपीगण गजेन्द्र राजावत व सचिन यादव की तलाश जारी है । 

पचोर पुलिस की तत्परता के चलते लूटेरी दुल्हन व उसके गिरोह मे शामिल दूसरी महिला ममतासिह को गिरफ्तार करने में निरीक्षक डी पी लोहिया, उनि धर्मेन्द्र शर्मा, उनि रचना परमार, आर 406 रामकैलाश दांगी, आर 802 देवेन्द्र जाट, आर 759 दिनेश किरार, महिला आरक्षक 975 शालिनी का सराहनीय योगदान रहा वहीं पूरे आरोपियों की गिरफ्तारी में आर. 252 शशांक सिंह यादव व आर. 816 रवि कुशवाह द्वारा तकनीकी सहयोग दिया गया।

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