अवैध इमारत निर्माण कर्ताओं की अब खैर नहीं.अधिकारी भी नपेगें !

◼ जर्जर तथा गैर कानूनी इमारतों पर मनपा आयुक्त की नजर। 

भिवंडी।। भिवंडी शहर महानगर पालिका क्षेत्र अंर्तगत प्रभारी सहायक आयुक्तो के कालावधि में अवैध इमारतें बनने की धूम मची हुई थी। जिसके कारण सहायक आयुक्त पद पर मनपा प्रशासन में बैठे भष्ट्र अधिकारियों द्वारा बोली लगाकर नियुक्ति किया जाता था। कोरोना संकटकाल के दरम्यान शासन ने भिवंडी मनपा प्रशासन की बागडोर डाॅ.पंकज आशिया ( IAS) के हाथों में दिया.इसके साथ ही 05 सहायक आयुक्तो को भिवंडी मनपा प्रशासन की जिम्मेदारी संभालने के लिए भेज दिया। जिसके कारण प्रभाग समितियों सहित मनपा प्रशासन में बैठे अधिकारियों की भगदड़ मच गयी. प्रभाग समितियों में सहायक आयुक्त पद के प्रभारी चार्ज संभाल रहे लिपिकों ने अपने मूल पद पर भेजे जाने के लिए गुहार लगाना शुरू कर दिया। महानगर पालिका के बागडोर संभाल रहे आयुक्त डाॅ.पंकज आशिया ने भष्ट्राचार पर अंकुश लगाने तथा मनपा प्रशासन के कार्यभार सुचारु रुप से चलें इसके लिए तत्काल बड़े स्तर पर फेरबदल किया। सबसे पहले प्रभारी चार्ज संभाल रहे लिपिकों को उनके मूल पद पर खदेड़ा तथा उनके रिक्त पद पर शासन से आऐ सहायक आयुक्तो को नियुक्ति किया।                       लगभग 15 वर्षों से लगातार जर्जर इमारतों को महाराष्ट्र महानगर पालिका अधिनियम 1949 के कलम 268 के तहत नोटिस जारी कर खानापूर्ति करने का खेल को समाप्त करते हुए मनपा आयुक्त ने जर्जर इमारतों को निष्कासित करने की पहल को शुरूआत किया तथा अवैध इमारत बनाने वाले भुमाफिया पर शिकंजा कसने के लिए जनजागृति अभियान की शुरूआत किया। जिसके कारण भष्ट्र अधिकारियों सहित भुमाफिया में हडकंप मचा हुआ है।

सोमवार हुए एक विशेष बैठक:

मनपा आयुक्त डा.पंकज आशिया ने मनपा के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक लेकर सार्वजनिक जान माल की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अति धोखादायक इमारतों के खिलाफ कार्रवाई तेज करने का निर्देश दिया है। वहीं मानसून बाद शहर के सभी अवैध निर्माणों को भी ज़मीदोज़ करने को कहा है.अति धोखादायक इमारतों में रहने वाले लोगों की जीवन सुरक्षा के लिए उन्हें समझा-बुझाकर बाहर निकालने सहित ऐसी इमारतों का नल कनेक्शन, बिजली कनेक्शन और ड्रेनेज लाईन तत्काल खंडित करके के लिए आदेश जारी किया। ताकि हर साल की तरह इस साल लोगों को इमारत दुर्घटना में जान-माल गंवाने से रोका जा सके। इस बैठक में मनपा के अतिरिक्त आयुक्त ओमप्रकाश दिवटे, उपायुक्त (मुख्यालय) डा.दीपक सावंत, नगर रचना के सहायक निदेशक प्रहलाद होंगे पाटिल, शहर अभियंता लक्ष्मण गायकवाड, सहायक नगर रचनाकार श्रीकांत देव और प्रभारी शहर विकास अधिकारी साक़िब ख़रबे आदि मौजूद थे। 

अवैध इमारतों में घर व मकान नहीं खरीदने के लिए आह्वान :
शहर के हर कोने. गल्लियों में दररोज अवैध मकान व इमारतें बनायी जा रही है। जिसे संज्ञान लेते हुए मनपा आयुक्त डा.पंकज आशिया ने शहरवासियों से भी आह्वान करते हुए कहा कि वे बिल्डरों द्वारा घटिया सामग्री और अवैध रूप से बनी इमारतों में फ़्लैट आदि संपत्ति कत्तई नहीं खरीदें। क्योंकि मनपा प्रशासन द्वारा इन अवैध इमारतों को कत्तई तौर पर न नियमित किया जाएगा और न ही असेसमेंट अथवा टैक्स निर्धारण किया जाएगा। इसके अलावा पानी तथा बिजली की आपूर्ति तक नहीं किया जायेगा।

फ़्लैट खरीदने से पहले करें जांच :
मनपा आयुक्त ने भिवंडीवासियों से अपील किया है कि वे शहर की निर्माणाधीन इमारतों में फ़्लैट आदि की खरीदारी से पहले मनपा के नगर रचना विभाग और प्रभाग अधिकारी आदि मनपा के निर्माण कार्य से संबंधित अधिकारियों से उक्त निर्माणाधीन इमारत के बारे में अवश्य तहकीकात करें। इतना ही नहीं मनपा आयुक्त डा.आशिया ने प्रभाग के सहायक आयुक्तों और उनके अधीनस्थ कर्मचारियों को भी चेताते हुए कहा है कि उनके इलाके में अवैध निर्माण होने पर संबंधित जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों को भी दंडित किया जाएगा। उन्होंने इस अवसर पर मनपा नियमों के खिलाफ अवैध रूप से बने निर्माणों को मानसून बाद तोड़ने का भी एलान किया है।

 222  इमारतों को खाली करने का नोटिस जारी :
मनपा के जनसंपर्क अधिकारी मिलिंद पलसुले द्वारा जारी बयान के मुताबिक़ भिवंडी मनपा इलाके में कुल 222 अति धोखादायक इमारतों को चिन्हित कर मनपा प्रशासन द्वारा उन्हें खाली करने का नोटिस जारी किया गया है। जिनमे सी-वन के तहत 25 और सी-टू के तहत 82 इमारतों को चिन्हित किया गया है। जिनमे सी-वन वर्ग की कुल 25 इमारतों में से 6 को तोड़ दिया गया है। शेष 19 इमारतों को तोड़ने की प्रक्रिया शुरू है। इसी तरह सी-टू श्रेणी की 82 इमारतों में से 79 इमारतों को तोड़ने का काम शुरू है। तथा बाकी 3 इमारतों पर कोर्ट का स्थगन आदेश है। 

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