2 घंटे में 1,22,250/- रुपए की लूट की वारदात का किया पर्दाफाश

लीमाचौहान ।। जिले में चोरी और लूट की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस टीम लगातार प्रयासरत है जिसके चलते सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित किया जा रहा है।

           अति. पुलिस अधीक्षक श्री एस आर दंडोतिया , एसडीओपी सुश्री जोइस दास के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी श्री उमाशंकर मुकाती एवं उनकी टीम द्वारा लूट की रची गई झूठी वारदात का मात्र 2 घंटे में पर्दाफाश किया गया ।   

             लीमा चौहान डायल हंड्रेड पर दिनांक 16/12/20 को शाम  6:00 बजे इवेंट आईडी न. P-7235 प्राप्त हुआ जिस पर कॉलर द्वारा अपना नाम प्रकाश राठोर बताया और सूचना दी गई कि संडावता और भ्याना के बीच रास्ते में पप्पू भील और प्रकाश भील के साथ ब्लैक कलर की स्कॉर्पियो से 4 अज्ञात व्यक्तियों ने लूट की वारदात को अंजाम दिया , इवेंट प्राप्त होने पर हंड्रेड डायल स्टाफ द्वारा थाना प्रभारी को सूचना दी गई सूचना प्राप्त होते ही थाना प्रभारी एवं उनके साथ हमराह स्टाफ और हंड्रेड डायल तुरंत मौके पर घटनास्थल पर पहुंचे ।  

              मौके पर पहुंचकर थाना प्रभारी द्वारा उक्त व्यक्तियों से पूछताछ की और उनके द्वारा बताया गया कि मेरा नाम पप्पू भील है मैं ड्राइवर का काम करता हूं ग्राम कसरबद्दली पोस्ट मोहनपुरा जिला झाबुआ का रहने वाला हूं मैं और मेरे अंकल जी प्रकाश भील छबड़ा मंडी राजस्थान से मटर बेचकर बोलेरो पिकअप से घर जा रहे थे तभी संडावता और भ्याना के बीच रास्ते में ब्लैक कलर की स्कॉर्पियो से चार अज्ञात व्यक्तियों ने हमारी गाड़ी के आगे गाड़ी लगा कर हमें रोका और गाड़ी से उतर कर मुझ पर और मेरे चाचा पर पिस्टल लगा दी और हमारे साथ मारपीट कर पेटी में रखे नगद रुपए 1,02,250 /- और 2 मोबाइल जिनकी कीमत लगभग 20000/- रुपए होगी हमसे छीन कर भाग गए ।

              थाना प्रभारी एवं उनकी टीम द्वारा मामले को प्राथमिक संज्ञान में लेते हुए तुरंत तस्दीक की गई और दोनों व्यक्तियों से पूछताछ करने पर उन पर संदेह हुआ संदेह होने के कारण उक्त व्यक्तियों के मोबाइल नंबर के बारे में साइबर सेल राजगढ़ से तकनीकी सहायता प्राप्त कर मामले में कुछ गडबड होना एवं फरियादियों का आचरण संदिग्ध होना पाया वहीं ग्राम भ्याना से लीमा चौहान तक सभी सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखने पर उक्त व्यक्तियों द्वारा बताई गई हुलिये की ब्लैक कलर की स्कॉर्पियो गाड़ी उस टाइम - पीरियड में निकली ही नहीं थी तस्दीक करने पर पाया कि पप्पू भील और प्रकाश भील दोनों द्वारा लूट की वारदात की झूठी कहानी रची गई थी बल्कि इन लोगों ने जो नगद रुपए 1,02,250/- छबड़ा मंडी से मिले थे इकलेरा कियोस्क से अपने बुआ के लड़के गोपाल दांगी के खाते में ट्रांसफर कर दिए और अपने मोबाइल जीरापुर के आसपास रास्ते में कहीं पर छुपा दिए और अपने हाथों से कपड़े फाड़ कर हमारे साथ लूट हो गई ऐसा अपने सेठ गाड़ी मालिक को बताया और पुलिस को लूट की वारदात की झूठी सूचना दी गई। 

             इस प्रकार थाना लीमा चौहान की पुलिस टीम एवं साइबर सेल की टीम ने मिलकर बड़ी सूझबूझ के साथ एक झूठी घटना का पर्दाफाश किया, इस मामले को देखते हुए जनता से अपील की जाती है कि पुलिस आपकी सेवा और सुरक्षा के लिए है अतः इस तरह झूठे मुकदमे के चलते कभी-कभी सही मायने में सहायता चाहने वाले के साथ धोखा भी हो सकता है अतः सदैव सच का साथ दें।  

            उक्त सराहनीय कार्यवाही में थाना प्रभारी श्री उमाशंकर मुकाती एवं उनकी टीम के पीएसआई अमित त्यागी , प्रधान आर. 134 आनंदीलाल भिलाला, साइबर सेल राजगढ़ के रवि कुशवाह, प्रदीप शर्मा,  आर 75 कमल गुर्जर ,आर 850 वीरेंद्र कुशवाहा  एवं आर 889 राधा रमण मीणा का महत्वपूर्ण योगदान रहा।

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