बागवानों का दो दिवसीय प्रशिक्षण का हुआ शुभारंभ

वाराणसी से संवाददाता त्रिपुरारी यादव कि रिपोर्ट 



वाराणसी , चोलापुर और हरहुआ विकास खण्ड के बीस बागवानों का दो दिवसीय प्रशिक्षण कृषि विज्ञान केंद्र वाराणसी पर आज शुभारंभ किया गया। प्रशिक्षण के उद्घाटन सत्र में जिला उद्यान अधिकारी संदीप कुमार द्वारा जनपद में आम की बागवानी और इसमें विशेषकर लंगड़ा प्रजाति की विश्व ख्याति को बनारस की पहचान बनारसी साड़ी और पान से जोड़ते हुए बागों के संरक्षण की आवश्यकता बतायी गयी। कार्यक्रम के तकनीकी सत्र में कृषि विज्ञान केंद्र के उद्यान वैज्ञानिक डॉ विनोद कुमार सिंह द्वारा आम के बाग रोपड़ से होने वाले प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष लाभ को बताया। किसानों को आम के बाग से पर्यावरण संरक्षण, अतिरिक्त आय, पोषण सुरक्षा को जोड़ते हुए आम को विटामिन ए का सबसे महत्वपूर्ण स्रोत बताया गया ।श्री सिंह द्वारा आम की सघन बागवानी करने हेतु 5*5 मीटर के अनुसार लंगड़ा, दशहरी, चौसा, आम्रपाली, मल्लिका प्रजातियों के रोपण हेतु विस्तार से जानकारी दी गई।उद्यान वैज्ञानिक द्वारा आम में एकांतर फलन को रोकने हेत 6 वर्ष के बाद पैक्लोबूटाजोल 7 से 15 एम एल 10 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव तथा मुख्य तने से 3 फीट छोड़कर प्रयोग करने का सुझाव दिया गया। साथ ही संतुलित उर्वरक के रूप में 10 वर्ष के आयु के पौधों में नत्रजन 1 किलोग्राम, फास्फोरस 1 किलोग्राम, पोटाश 500 ग्राम तत्व के रूप में वर्ष में दो बार आधी आधी मात्रा प्रयोग करने के बारे में बताया गया ।कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉक्टर अमरेश कुमार सिंह द्वारा गोबर की खाद की प्रयोग की मात्रा एवं पशुओं को बांधने से होने वाले नुकसान के बारे में जानकारी दी गई ।फसल सुरक्षा के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉक्टर नवीन कुमार सिंह द्वारा किसानों को माह जनवरी से दिसंबर तक बागों में की जाने वाली शस्यक्रियाएं उर्वरक एवं कीटनाशकों का प्रबंधन सहित कैलेंडर अनुसार जानकारी देते हुए विभिन्न दवाओं और फेरोमेन ट्रैप के प्रयोग के बारे में जानकारी दी गई। डॉक्टर नवीन सिंह द्वारा बताया गया कि फ्रूट फ्लाई, मैंगो मिलीबग कीड़ों की रोकथाम सही समय से ना करने से 25 से 30% फसल नुकसान हो जाती है। कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केंद्र प्रभारी डॉ संजीत कुमार, डॉक्टर नरेंद्र प्रताप द्वारा भी आम के बागों के रखरखाव संबंधी जानकारियां दी गई। कार्यक्रम का संचालन ज्योति कुमार सिंह उद्यान निरीक्षक द्वारा किया गया तथा कार्यक्रम में योजना प्रभारी सुधांशु कुमार सिंह, मनीष कुमार उद्यान निरीक्षक, मूलचंद सहित प्रतिभागी कृषकों द्वारा सहभागिता की गई।

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