एक ही पेड़ पर 300 वैरायटी के आम तैयार होते है उत्तर प्रदेश मे

मुंंबई।। आपने आम के बगान में जाकर बिल्‍कुल ताजे आम खाने का भी लुत्‍फ उठाया होगा। आम के मौसम में कई जगहों पर मैंगो फेस्टिवल का भी आयोजन होता है। अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग आम की वेराइटी पसंद की जाती है। आज हम आपको एक शख्‍स के बारे में बताने जा रहे हैं, जो एक ही पेड़ पर 300 से ज्‍यादा आमों की वेराइटी तैयार करते हैं।

उत्‍तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के नजदीक मलिहाबाद में कलिमउल्‍लाह खान को ‘मैंगो मैन’ भी कहा जाता है। कलिमउल्‍लाह खान ने आम के एक ऐसे पेड़ को तैयार किया है, जहां आपको हर शाखा पर अलग रंग की पत्तियां और आम देखने को मिल जाएंगे। इस पेड़ पर आपको दशहरी, लंगड़ा, हीमसागर, अलफॉन्‍सो जैसे आम की वेराइटी मिल जाएगी।मलिहाबाद को उत्‍तर भारत में आमों के लिए भी जाना जाता है। यहां करीब 10 हजार हेक्‍टेयर में आम की खेती होती है। यहां के आम का इतिहास सैकड़ों साल का बताया जाता है।

पी एम मोदी से लेकर इन सेलेब्रिटी के नाम पर भी किया आमों का नामकरण। आम की एक वेराइटी का नाम प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर भी रखा है। उन्‍होंने इसका नाम ‘नमो आम’ रखा है। पीएम मोदी ही नहीं बल्कि बॉलीवुड एक्‍ट्रेस एश्‍वर्या राय के नाम पर भी उन्‍होंने एक वेराइटी का नाम रखा है। जब उन्‍होंने सचिन तेंदुलकर के नाम पर एक खास वेराइटी का आम तैयार किया तो खुद तेंदुलकर ने उन्‍हें कॉल करके बाद की। सबसे हाल में उन्‍होंने कोरोना वायरस महामारी में दो खास नाम रखा है। ये नाम ‘डॉक्‍टर आम’ और ‘पुलिस आम’ रखा है।

कलिमउल्‍लाह खान को पद्म श्री पुरस्‍कार भी मिल चुका है। इसके अलावा उनका नाम लिमका बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में भी दर्ज हो चुका है। आमों की ग्राफ्टिंग सिखाने के लिए दुबई और ईरान तक जा चुके हैं। कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि कलिमउल्‍लाह खान ने राष्‍ट्रपति भवन के पास मुगल गार्डन के लिए उन्‍हेांने एक पेड़ में 54 वेराइटी के आमों की ग्राफ्टिंग की है।

रिपोर्टर

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