शहर में बढ़ रही है अवैध निर्माण की संख्या

भिवंडी।। भिवंडी शहर महानगर पालिका के क्षेत्रों में दिनोंदिन अवैध इमारतों की संख्या में वृद्धि हो रही है। शुरुआती दौर में तीन से चार मंजिल रूपी अवैध इमारतें बनाई जाती थी। किन्तु अब सात से आठ मंजिल इमारतों का बांधकाम भी किया जा रहा है। जिसके कारण पालिका प्रशासन के राजस्व में हानि तो होती है। वही बिल्डर व भूमाफिया भी अवैध रूप से बनाई गयी इमारतों के फ्लैट व दुकान के गाले ओने- पोने भाव में बेंच कर फरार हो जाते है। जिसे मनपा प्रशासन कभी भी तोड़ देती है। आनन फानन व घटिया सामग्री से बनाई गयी अवैध इमारतें मात्र कुछ ही वर्षों में जर्जर हो जाती है। सुत्रों की माने तो प्रभाग समिति क्रमांक एक और दो में सबसे ज्यादा अवैध इमारतों का निर्माण कार्य जारी है। इस क्षेत्र में बनाई जा रही अवैध इमारतों पर वार्ड अधिकारियों द्वारा डीपीएल फोलो नहीं किया जाता है और ना ही बिल्डर व जमीन मालिक पर एम आरटीपी अॅक्ट प्रमाणे पुलिस थाना में फौजदारी के तहत शिकायत भी नही दर्ज करवाई जाती है। जिसके कारण दोनों प्रभाग समिति में मिलाकर कुल लगभग 150 अवैध इमारतों का निर्माणकार्य शुरू है। प्रभाग समिति क्रमांक तीन में 8-12 अवैध इमारतें, प्रभाग समिति क्रमांक चार में 5-7 और प्रभाग समिति क्रमांक पांच में भी लगभग 10-12 अवैध इमारतों का निर्माण कार्य जारी है। गौरतलब हो कि अवैध इमारतों पर कार्रवाई के लिए उपायुक्त दीपक पुजारी तथा शहर विकास विभाग प्रमुख सार्किब खर्बे द्वारा किसी प्रकार की ठोस कार्रवाई नहीं होने के कारण वार्ड अधिकारी के रूप में नियुक्त लिपिक छाप कर्मचारियों ने बिल्डरों से सांठगांठ कर निर्माणाधीन अवैध इमारतों पर कार्रवाई नहीं कर रहे है और ना ही पुलिस थानों में निर्माणाधीन अवैध बांधकाम धारकों पर फौजदारी के तहत मामला दर्ज करवाते है जिसके कारण इनका मनोबल बढ़ता जा रहा है और दिन प्रतिदिन अवैध इमारतों की संख्या में वृद्धि हो रही है।

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