
भिवंडी मनपा के निलंबित शहर अभियंता सहित कनिष्ठ अभियंताओं की पुलिस द्वारा जांच शुरू ।
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Oct 22, 2018
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मनपा में मचा हडकंप।
भिवंडी शहर के अंजूरफाटा से वंजारपट्टी नाका बागे फिरदौस मस्जिद तक तैयार किए गए निकृष्ट डांबरी रास्ता प्रकरण में महानगरपालिका ने ईगल इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी पर फौजदारी का मामला दर्ज कराया है। इस काम के लिए सहकार्य करने वाले पांच भ्रष्ट अभियंताओं को मनपा आयुक्त मनोहर हिरे ने निलंबित कर दिया है। इसी के साथ मनपा प्रशासन ने पुलिस स्टेशन में उक्त सभी विरूद्ध मामला दर्ज कराया है था। लगभग डेढ़ महीने के बाद पुलिस ने महानगरपालिका बांधकाम विभाग के शहर अभियंता संदीप सोमाणी सहित चार कनिष्ठ अभियंताओं को पुलिस स्टेशन में बुलाकर जांच शुरू कर दिया है। जिससे मनपा में हडकंप मच गया है। वहीं पुलिस कार्रवाई को टालने के लिए पुलिस के ऊपर बडे पैमाने पर राजकीय दबाव बढने लगा है।उल्लेखनीय है कि भिवंडी के अंजूरफाटा से वंजारपट्टी नाका स्थित बागेफिरदोस मस्जिद तक ३ कि.मी. लंबा रास्ते के लिए ८ करोड़ ९१ लाख रुपये की निधि खर्च हुआ है। तीन वर्ष पूर्व बनाया गया यह रास्ता अधूरा व निकृष्ट दर्जे का रास्ता बनाने प्रकरण में नागरिकों ने ईगल इन्फ्रा.कंपनी के विरोध में मनपा प्रशासन से शिकायत की थी।उक्त रास्ता नादुरूस्त ,खराब व वाहनों के चलने योग्य नहीं है इस प्रकार की शिकायत तत्कालीन आयुक्त डॉ. योगेश म्हसे से की गई थी।जिसे गंभीरता से लेते हुए डॉ.योगेश म्हसे ने शासन का आयआयटी संस्था द्वारा रास्ते की गुणवत्ता की जांच के लिए आयआयटी संस्था को मनपा ने १६ लाख ४० हजार रूपये की फीस का भुगतान किया था। जिसके अनुसार इस संस्था ने रास्ते का निरीक्षण करके इसका अहवाल तत्कालीन आयुक्त डॉ.योगेश म्हसे को दिया था।उक्त अहवाल में यह रास्ता निकृष्ट सामग्री का उपयोग कर के बनाय नगया है इसका उल्लेख करते हुए मनपा का ३ करोड़ रूपये का नुकसान करने का मामला भी दर्शाया गया है।इसलिए मनपा आयुक्त मनोहर हिरे ने मनपा बांधकाम विभाग के शहर अभियंता संदीप सोमाणी,उप अभियंता वसीम अन्सारी,कनिष्ठ अभियंता सरफराज शेख,विनोद भोईर व जमसू वलवी इन पांच अभियंताओं को निलंबित कर दिया है।तथा उक्त भ्रष्ट कार्यभार में शामिल ठेकेदार ईगल इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी द्वारा ३ करोड़ रूपये की वसुली करने के लिए आयुक्त ने ठेकेदार को नोटिस जारी किया है। उक्त भ्रष्ट कार्यभार प्रकरण में विधायक रूपेश म्हात्रे ने विधानसभा में प्रश्न पस्थित किया था।जिसपर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने ठेकेदार ईगल इन्फ्रास्ट्रक्चर को काली सूची में शामिल करने का आदेश आयुक्त को दिए हैं। इसी प्रकार उक्त भ्रष्ट कार्यभार में शामिल शहर अभियंता सहित पांच अधिकारियों को निलंबित करते हुए उनके ऊपर फौजदारी कार्रवाई करने के आदेश दिए थे।इसीलिए पुलिस ने बांधकाम अभियंता संदीप सोमाणी सहित पांच लोगों के विरुद्ध पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कर लिया गया है। जो अब डेढ महीने के बाद जांच शुरू कर दी गई है। जिससे मनपा में हडकंप मच गया है।
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