तीन झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ पालिका की कार्रवाई

भिवंडी।। भिवंडी शहर के स्लम क्षेत्रों में भारी संख्या में मजदूर निवास करते हैं। इन्ही स्लम क्षेत्रों में काई झोलाछाप डॉक्टर भी बिना डिग्री के क्लीनिक चला रहे है। वैद्यकिय स्वास्थ्य सेवा का ज्ञान ना होने के कारण इनके द्वारा किये जा रहे रोगियों के उपचार के दरमियान कई मरीज़ों की मृत्यु भी हो चुकी है। अभी हाल में फर्जी डॉक्टर के उपचार से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। पालिका के स्वास्थ्य चिकित्सा विभाग द्वारा उक्त डॉक्टर के खिलाफ मामला भी दर्ज करवाया गया है। जिसे देखते हुए पालिका के प्रशासक व आयुक्त विजय कुमार म्हसाल, अतिरिक्त आयुक्त ओमप्रकाश दिवटे ने स्वास्थ्य चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को फर्जी व झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ नकेल कसने के लिए निर्देश जारी किया है। इसी क्रम में भाग्य नगर स्वास्थ्य केन्द्र के चिकित्सा अधिकारी डाॅ. जयवंत धुले ने स्थानीय शहर पुलिस व पंचों के साथ गणेशनगर के लक्ष्मीनारायण रामचंद्र इगा, तत्पश्चात भाग्य नगर कार्तिक मेडिकल के पास नरेश बालकृष्ण चापड़े, महादेव किराना के सामने एक गाला में साहेबलाल हरिनाथ वर्मा ने अपनी दवाखाना खोल रखे थे। जब उनसे मेडिकल सर्टिफिकेट के बारे में पूछा गया तो पता चला कि वह बिना किसी मेडिकल डिग्री या लाइसेंस के नागरिकों का इलाज कर रहे है। पालिका के स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी धुले की टीम ने तीनों के वैद्यकिय उपकरण, दवाईयां जब्त कर शहर पुलिस थाना में शिकायत दर्ज करवाया है। पुलिस ने तीनों के विरूद्ध महाराष्ट्र मेडिकल प्रोफेशन एक्ट 1961 की धारा 33, 36 तथा भादंवि की धारा 420 के तहत मामला दर्ज कर तीनों को गिरफ्तार कर लिया है।

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