मित्र वही हो होता जो मित्र के दुःख को दूर करे न कि मित्रता का फायदा उठाये-श्री मनीष शरण महाराज।

भदोही। ऊंज क्षेत्र के सिकरहा में चल रहे श्रीराम कथा के संगीतमय प्रवचन में गुरुवार को अयोध्या से आये स्वामी मनीष शरण महाराज ने कहा कि परिवार के सभी सदस्यों का आपसी प्रेम और सद्व्यवहार से रहना ही सच्चा स्वर्ग है। स्वामी जी ने कहा कि राम कथा सुनना तो बहुत अच्छा है लेकिन यदि राम कथा की शिक्षाओं को जीवन में उतारे तो और भी उत्तम है। आज समाज में लोग भरत जैसे भाई की इच्छा रखते है लेकिन खुद राम बनना नहीं चाहते है। पहले राम बने फिर भरत स्वयं मिल जायेंगे भाई।

 स्वामी जी ने कहा कि परमात्मा की कृपा जीव के द्वारा किये गए कर्मो से होती है। यदि जीव परमात्मा पर विश्वास करके काम करे तो परमात्मा की कृपा अवश्य होती है। मित्र वही हो होता जो मित्र के दुःख को दूर करे न कि मित्रता का फायदा उठाये। इस मौके पर सतीश चन्द मिश्र, कृष्णाकांत, लल्लन शुक्ला, सुशील, योगेश, संतोष नेता, सर्वेश पाण्डेय और गौरव दुबे,पवन मिश्रा समेत काफी लोग मौजूद थे।

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