सपा जिला कार्यालय में आपस मे भिड़े सपाइ

सपा से तीन नेताओं को पाटीँ से निकाले जाने पर सियासी भूचाल 

भदोही । भदोही समाजवादी पार्टी की जिले में जब से नई कमेटी बनी है तभी से  खीचतान सुरु हो गई है कमेटी गठन के साथ ही जब भी जिला इकाई की बैठक हुई हर बार विवाद बढ़ता ही गया आलम यह है की सपा के नेता आपस मे ही देख लेने की धमकी देना सुरु कर दिये है रविवार के  दिन जिले मे समाजवादी पार्टी के कार्यालय में उठापटक मची रही और बातों ही बातों में समाजवादी पार्टी के जिला कार्यालय पर जमकर मारपीट हो गई मामला कुछ ऐसा हुआ की एक गुट के नेता जो जिले के एक दबदवे वाले नेता के इसारे पर जिला कमेटी के कोष मे रखे गये चार लाख का हिसाब मांगने लगे इसी पर सपा जिला कमेटी के एक बढ़े नेता जिनको चौदह साल वनवास के बाद कमेटी मे जगह मिली है जो सपा मे तानाशाह के रुप मे अपनी पहचान बनाने मे कामयाब हुये है जिनकी दुकान दारी हर चुनाव मे चल जाती है ने तपाक से कहा तुम कौन होते हो हिसाब लेने वाले वही दुसरी तरफ से हालही मे सपा मे सामिल हुये एक नेता जो 2017 के चुनाव मे खुल कर निषाद पार्टी का प्रचार करने वाले जो बाहुबली विधायक के काफी करीबी है जो बीच मे बोलकर बैठक मे तनाव पैदा कर दिया और देखते ही देखते मारपीट शुरू हो गई औऱ दोनों गुटो के नेता एक दुसरे से भीड़ गये सुत्रो से मिले खबर के अनुसार एक तानाशाह नेता को गाड़ी से खींच कर हमला कर दिया जब तक नेता सभल पाते हमला कराने वाले नेता भाग खड़े हुये एक नेता अपनी गाड़ी का सीसा तोड़ने का भी आरोप लगा रहे है और गोपीगंज कोतवाली मे तहरीर भी दे चुके है नाम ना छापने की बात कहकर सपा के  एक जिला उपाध्यक्ष ने कहा की गाड़ी का शीशा तोड़ने का आरोप लगाने वाले ने सस्ती लोकप्रियता पाने के लिये  खुद अपनी गाड़ी का शीशा तोड़ा है उधर साम होते होते जिले के तीन नेताओं को मारपीट करने के आरोप मे 6 साल के लिये समाजवादी पार्टी से निकाल दिया गया यह फैसला देर साम जिला अध्यक्ष आरिफ सिद्दीकी के आवास पर हुई जिसमें सर्वसम्मति से यह फैसला किया गया लेकिन इस बाबत जब जिला अध्यक्ष आरिफ सिद्दीकी से पूछा गया तो उन्होंने निष्कासन से इनकार किया जबकी बैठक उनके ही आवास पर हुई थी जिसमे पूर्व विधायक जाहिद बेग पूर्व महासचिव सोभनाथ यादव कल्लू सिंह उमेश विंद दिना यादव मनोज यादव जितेंद्र यादव तमाम जिला कमेटी के पदाधिकारी उपस्थित रहे एक नेता ने नाम ना छापने पर कहा कि सर्वसम्मत से निष्कासन हुई है अब जिलाध्यक्ष मुकर रहे हैं तो बात और है गौरतलब हो कि पिछले एक महीने से समाजवादी पार्टी में खींचतान चल रही है सपा मे बीते विधानसभा चुनाव में गुटबाजी खुलकर सामने आई थी रही सही कसर नगर पालिका चुनाव मे सपा प्रत्याशियों के हारने पूरा कर दिया इसके लिए जिले के तमाम नेता जिलाध्यक्ष को ही दोषी मानते है और समय समय जिला अध्यक्ष को हटाए जाने की मांग करते हैं कहा जाता है जिला अध्यक्ष के ना हटने मे एक पूर्व विधायक का हाथ है उन्हें डर है कि एक लोकप्रिय पूर्व ब्लाक प्रमुख जिला अध्यक्ष बने तो उनके लिये चुनौती बन सकते है जो जमीनी अस्तर से पार्टी को मजबूत करने में लगे है एक गुट का मानना है की जिले के सपा नेताओं मे गुटबाजी के पिछे एक बाहुबली नेता का हाथ है जो अपने चमचे को सपा मे सामिल करा कर सारा खेल खेलते  है अब जो भी सचाई है जितनी मुह उतनी बाते फिलहाल जिले मे कयासो का बाजार गरम है

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