राजनीतिक दबाव के चलते बंद हुआ वन रूपी क्लिनिक

वन रूपी क्लिनिक बंद करने पर डाक्टरों ने किया एक दिवसीय सांकेतिक अनसन


उचित निर्णय न होने पर कोर्ट में जाने की दी चेतावनी

मुंबई । रेल दुर्घटना के समय आपात सेवा के साथ नाम मात्र दर पर उपचार देने के लिए  शुरू किये गए वन रूपी क्लिनिक के डाक्टरों ने ठाणे रेलवे स्टेशन पर एक दिवसीय सांकेतिक अनसन किया अनसन का नेतृत्व कर रहे डॉ राहुल घुले ने कहा कि क्लिनिक में रात के समय एमबीबीएस डाक्टरों की तैनाती न होने का हवाला देते हुए मध्य रेल के छह स्टेशनों पर शुरू वन रूपी क्लिनिक को रातोरात बंद करने का फरमान जारी कर दिया गया है उन्होंने कहा कि क्लिनिक राजनितिक दबाव के चलते बंद हुआ है उन्होंने चतावनी देते हुए कहा है कि इस मामले में उचित निर्णय नहीं लिया गया, तो मजबूरन हमें न्याय के लिए कोर्ट की शरण में जाना पड़ेगा ।

उल्लेखनीय है कि लोकल ट्रेनों की चपेट में आने के बाद गंभीर रूप से घायल होने वाले मुसाफिरों का समय पर इलाज न होने के चलते मौत हो जाता था ऐसे में इसे लेकर उच्च न्यायलय में एक याचिका दायर की गई थी, जिस पर सुनवाई करते हुए न्यायलय ने रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों को प्राथमिक मुहैया कराने के लिए क्लिनिक शुरू करने का आदेश दिया था इसके बाद वन रूपी क्लिनिक ने रूचि दिखाई और रेलवे की मंजूरी लेकर नाम मात्र दर पर उपचार देना शुरू कर दिया इसके लिए प्रति क्लिनिक विधिवत एक लाख रुपए डिपोजीट दिया गया है इसी बीच राजनितिक दबाव के चलते १२ में से वडाला, कुर्ला, घाटकोपर, वाशी, मुलुंड और गोवंडी सहित छह क्लिनिक को अचानक बंद करने का आदेश दे दिया गया इस आदेश के खिलाफ क्लिनिक के सीईओ डॉ राहुल घुले के नेतृत्व में डॉ रुखसार शेख, शेट्टी और नैना सहित बड़ी संख्या में लोग अनसन शुरू कर दिया है डॉ घुले ने कहा कि इस क्लिनिक की शुरुआत १० मई २०१७ में वन रूपी क्लिनिक को शुरू किया गया था मध्य रेलवे के बारह स्टेशनों पर शुरू इस क्लिनिक के माध्यम से अबतक ५५ हजार से अधिक लोगों का उपचार किया जा चूका है जिसमे सर्वाधिक दादर और कुर्ला रेलवे स्टेशन पर मरीजों का उपचार किया गया है इसके साथ ही चार महिलाओं की डिलीवरी कराये जाने के साथ २१०० इमरजेंसी मरीजों का भी उपचार किया गया है उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि इस क्लिनिक को महज राजनितिक दबाव के चलते बंद किया जा रहा है आगे उन्होंने कहा कि सांकेतिक अनसन के बाद भी ठोस निर्णय नहीं लिया गया तो हम न्याय के लिए कोर्ट की शरण में जायेंगे गुरुवार को मध्य रेलवे द्वारा रातोरात वन रूपी क्लिनिक के 6 सेंटर बंद करने का फरमान जारी किया गया । इसके साथ स्टेशन मास्टर को निर्देश दिया गया है की जख्मी यात्रियों को वह खुद प्राथमिक उपचार कर पास के अस्पताल में भर्ती कराये इस को लेकर मुंबई रेल प्रवासी संघ के उपाध्यक्ष राधेश्याम शर्मा ने इस निर्देश पर आपति जताते हुए कुर्ला रेलवे पुलिस में लिखित शिकायत दर्ज कराया है उन्होंने लिखा है की स्टेशन मास्टर मामूली जख्मी का प्राथमिक उपचार कर सकते है लेकिन जो गंभीर रूप से जख्मी होते है उनका किस तरह उपचार किया जा सकता है इसके लिए रेलवे के डॉक्टरो को नियुक्त किया जाए ।

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