पैदल अपने घरों की तरफ बढ़ रहे प्रवासी मजदूरों की मदद को मजदूरों का संगठन आगे आया

वाराणसी से संवाददाता त्रिपुरारी यादव कि रिपोर्ट 

वाराणसी  रोहनिया-मोहनसराय स्थित हाईवे पर पैदल तथा ट्रकों से अपने घर जा रहे मजदूरों को मोहनसराय चौराहे के दुकानदारों ने पानी, बिस्कुट ,लाई, चना का वितरित किया।इसके साथ साथ कोरोना महामारी के चलते लाक डाउन 3 हो जाने के कारण गरीब असहाय मजदूर तबका बेहाल व परेशान हो गया है रोज कमाने खाने वालों की पेट की आग कौन बुझाएगा सरकार लगातार कोशिशें कर रही है । लेकिन असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले मजदूरों एवं दिहाड़ी मजदूरों की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है,लिहाजा प्रवासी मजदूर पैदल ही भूखे प्यासे अपने घरों की तरफ बढ़ चले है ।साथ मे केवल हतासा और निराशा है।एक छोटी सी उम्मीद घर पहुंचने की भी है। लिहाजा मनरेगा मजदूर यूनियन और आशा ट्रष्ट के तत्वाधान में यूनियन के संयोजक सुरेश राठौर की अध्यक्षता में राजातालाब हाईवे से गुजरने वाले प्रवासी मजदूरों को खाने के लिए लाई,चना,नमकीन,गुड़ व पानी वितरण का कार्य प्रारंभ किये है।जानकारी देते हुए सुरेश राठौर ने बताया कि देश जहां एक तरफ कोरोना वायरस जैसी महामारी से जूझ रहा है केंद्र सरकार द्वारा 17 मई तक लॉक डाउन कर दिया गया है जिसका हम सभी पालन कर रहे है। सरकार अपने स्तर पर सभी की मदद करने का प्रयास कर रही है लेकिन मजदूरों तक कोई भी मदद पहुंच नही पाया है । लॉक डाउन की सबसे अधिक मार प्रवासी मजदूरों पर पड़ा है ।भूख से बचने के लिए प्रवासी मजदूर अपने घरों के लिए पैदल ही निकल पड़े है ।उन्होंने बताया कि मनरेगा मजदूर यूनियन ऐसे मजदूरों को प्रत्येक दिन खाद्य सामग्री व पाइन के पानी की व्यवस्था करेगी । मुख्य रूप से सुरेश राठौर, मनोज, रेनू, राजकुमार गुप्ता, महेंद्र, श्रद्धा, प्रियंका, मुश्तफ़ा आदि लोगों ने सहयोग दिया।

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