भारत आयुष्मान का हुआ शुभारंभ

वाराणसी- बनारस आयुक्त सभागार में आयुष्मान प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का शुभारंभ किया गया जिसने *मुख्य अतिथि के रूप में अनुप्रिया पटेल राज्य मंत्री भारत सरकार विशिष्ट अतिथि नीलकंठ तिवारी रहे*। आज भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रांची झारखंड में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का शुभारंभ के अवसर पर वाराणसी में प्रसारण किया गया |

मेरे लिए आज का दिन बहुत बड़ा दिन है--अनुप्रिया पटेल

जिसमे राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि आज मेरे लिए बहुत बड़ा दिन है  क्योंकि आज भारत में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री आरोग्य योजना का शुभारंभ होने जा रहा है जो पूरा देश नहीं कर सका वह भारत ने करके दिखाया है।और यह प्रधानमंत्री द्वारा ही संभव वो पाया है जो हम भारत वासियों के लिए गर्व की बात है।

गोल्ड कार्ड है ,तो कही भी और किसी भी अस्पताल मे इलाज करा सकेंगे

इस योजना का लाभ भारत के 40% लोगों को मिलने जा रहा है।इस योजना की खास बात यह है, कि इसमें परिवार के सदस्य और उम्र की कोई सीमा नहीं है। पर इसमें महिला को मुखिया के रूप में चुना गया है।जो लाभार्थी है और जिसके पास गोल्ड कार्ड होगा वह अपना इलाज सरकारी अस्पताल ही नही बल्कि  प्राइवेट अस्पताल मे भी करा सकते हैं। और यह जरूरी नहीं है। कि वह बनारस का है ,तो बनारस में ही अपना इलाज करें। बल्कि वह देश के किसी भी कोने में अपना इलाज करा सकता है।इस योजना का लाभ उठा सकता है।गोल्ड कार्ड धारक वेबसाइट पर भी देख सकते है.और जान सकते है, की वह इस योजना के लाभार्थी है, या नही है।

हर साल 5 लाख तक का खर्च सरकार उठाएगी

अनुप्रिया पटेल ने कहा कि 91 अस्पताल हैं जो सूची में है और इनमें कोई भी अस्पताल खराब नहीं है।कोई भी ऐसा अस्पताल  नहीं है।जिसमे ये शिकायतें आए की मरीजों को समय पर छुट्टी नही मिल रही है,या फिर उनसे किसी तरह का शुल्क वसूला जा रहा है। और सरकार की कोशिश है। जो गरीब व्यक्ति बीमारियों से ग्रसित रहते हैं और मजबूर हो जाते हैं अपना इलाज कराने के लिए उन्हें अपने घर जमीन को बेचना पड़ता है। इधर उधर अपना इलाज कराने के लिए भटकना पड़ता है अब उन्हें ऐसा ना करना पड़े इसलिए इस योजना का आज शुभारंभ किया जा रहा है।इसके तहत देश के लगभग 50 करोड़ लोगों को ईलाज के लिए हर साल पांच लाख रुपए तक का खर्च सरकार उठाएगी।इसके लिए ना कोई बिमा प्रीमियम देना होगा  ना कोई कागजी प्रकिया से गुज़रना पडेगा।इस पर 12 हजार करोड़ रुपए  का खर्च आएगा।जिसमे 60% केद्र सरकार और 40% राज्य सरकार देंगी।

इसमे 50 करोड़  लोगों का कम्प्लीट केयर होगा और महंगे इलाज से छुटकारा मिलेगा।और इसके अन्तर्गत लोग पुरानी बिमारियों समेत 1350 बिमारियों का इलाज करा सकेंगे।और इसमे 1लाख 50 हजार केद्र है।



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