राजेश्वरी महिला महाविद्यालय में छात्र और शिक्षकों ने राष्ट्रकवि दिनकर की मनाई जयन्ती

वाराणसी/हरहुआ ।। विकास खंड के हरहुआ बैजलपट्टी स्थित राजेश्वरी महिला महाविद्यालय में राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की जयन्ती हर्षोल्लास पूर्वक सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्रबंध निदेशक साहित्यकार डॉ राघवेन्द्र नारायण सिंह ने की। उन्होंने दिनकर जी के चित्र पर माल्यार्पण करके अपनी श्रद्धाँजलि दी। इस अवसर पर अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में डॉ राघवेन्द्र ने कहा दिनकर राष्ट्रीय चेतना के कवि हैं और उनका लेखन जनचेतना को जागृत करके लोगों के भीतर भारतीय संस्कृति परम्परा और जीवनमूल्यों का बीजापोपण करने में सक्षम है। स्वतंत्रता के पूर्व की परिस्थितियों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उस दौर में देश के प्रति समर्पण का जो जज्बा राजनेताओं में था। वही जज्बा और जोश दिनकर जी के काव्य में परिलक्षित होता है। कुरुक्षेत्र रश्मिरथी परशुराम की प्रतीक्षा जैसे काव्यग्रन्थ और भारतीय संस्कृति के चार अध्याय जैसी गद्य रचनायें कालजयी हैं । उनकी प्रासंगिकता समय के साथ बढ़ती जा रही है। दिनकर जी का काव्य संसार भारतीय अस्मिता की अद्भुत मिसाल था। दिनकर जी ने ब्रिटिश हुकूमत के विरुद्ध काव्ययुद्ध छेड़ रखा और भारतीय पौराणिक पात्रों के माध्यम से लोगों की प्रसुप्त चेतना को जगाने का कार्य बहुत ही कलात्मक रूप से किया। वही साहित्यकार सांसद अध्यापक कुलपति जैसी विभिन्न भूमिकाओं में हमें उन के विशाल कदकाठी  की स्पष्ट झलक मिलती है।

इस अवसर पर हिन्दी की प्राध्यापिका डॉ सुमन सिंह ने भी अपने विचार रखे। महाविद्यालय की छात्राओं ने भी दिनकर जी की कविताओं का पाठ किया। डॉ शालिनी नाग, श्वेता सिंह, रश्मि श्रीवास्तव, रागिनी श्रीवास्तव, इकबाल अहमद, प्रियंका सिंह, रिचा त्रिपाठी,अमित सिंह ,बसन्ती देवी कार्यक्रम का संचालन डॉ सुमन सिंह और धन्यवाद ज्ञापन उपनिदेशक अंशुमान सिंह ने किया।

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