वाराला तालाब को करों स्वच्छ नहीं होगा आन्दोलन - स्थानिक

भिवंडी।। भिवंडी शहर के मध्य में स्थित वाराला तालाब का पानी प्रदूषित होने के कारण हरा हो चुका है। यही नहीं इ तालाब के पानी से दुर्गंध भी उठ रही है। किन्तु भिवंडी मनपा‌ प्रशासन इसी तालाब से प्रतिदिन लाखों लीटर पानी नागरिकों को पीने के लिए सप्लाई करती आ रही है। जिससे देखते हुए स्थानिकों ने मनपा प्रशासन से मांग किया है कि अगर इस तालाब की समुचित सफाई व शुद्धीकरण नहीं किया गया तो उग्र आन्दोलन किया जायेगा। वही पर स्थानिक निवासी व नगरसेवक एवं पूर्व उपमहापौर मनोज काटेकर ने पालिका से मांग किया है कि इस तालाब को स्थानिक कामतघर वासियों को सौंप दिया जाये‌ क्योंकि भिवंडी पालिका तालाब की सुरक्षा की जिम्मेदारी नही निभा पा रही है। बतादें कि ग्रुप पंचायत कामतघर के स्वामित्व इस तालाब पर था। वर्ष 1982 में भिवंडी नगर परिषद बनने के कारण इस ग्रुप ग्राम पंचायत को शामिल किया गया। 1965 से इस तालाब से लोगों को पीने का पानी की सप्लाई इसी तालाब से शुरू है। वही पर 1982 तक इस तालाब से मछली पकड़ने का अधिकार ग्राम पंचायत कामतघर के पास था।किन्तु नगर पालिका बनने के बाद तालाब का सब अधिकार पालिका प्रशासन ने अपने पास सुरक्षित रख लिया है। पूर्व उप महापौर व वर्तमान नगरसेवक मनोज काटेकर ने मनपा‌ प्रशासन से निवेदन पत्र देकर मांग किया है अगर 15 दिन भी भीतर इस तालाब की समुचित सफाई नही कि गयी तो ग्रामीणों द्वारा पालिका प्रशासन के खिलाफ उम्र आन्दोलन किया जायेगा।

रिपोर्टर

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