शांति साधना आश्रम में फगुआ महोत्सव कार्यक्रम का हुआ आयोजन, भक्ति के रंग में रंगे हुए नजर आए भक्त

जौनपुर सुईथाकला ।। विकासखंड क्षेत्र के शांति साधना आश्रम में फगुआ महोत्सव कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस महोत्सव में फगुआ गीत ,लोकगीत, भक्ति भजन ,कीर्तन, ईश्वर भक्ति के रंग में रंगे हुए भक्त नाचते गाते नजर आए। आश्रम के महंत संत प्रकाश दास जी महाराज ने बताया कि होली महोत्सव से ही नए संवत्सर का प्रारंभ होता है। उन्होंने कहा कि ऋषि मुनियों की परंपरा रही है और भगवान नारायण नरसिंह भगवान का रूप धारण करके भक्त प्रह्लाद को दर्शन दिए थे और हिरण्यकश्यप का वध किए थे। उन्होंने बताया कि होली का यह पावन पर्व संपूर्ण मानव जाति को हर प्रकार के जातिगत भेदभाव, ऊंच-नीच, अमीर -गरीब, तेरा- मेरा,  वैर वैमनस्य ,नफरत आदि को  भुलाकर एकता के सूत्र में पिरोने का त्यौहार है। 

उन्होंने कहा कि पहले यह त्यौहार फूलों से खेला जाता था किंतु अब लोग रंगों के साथ होली खेल कर मन को रंगने का संदेश देते हैं जिससे हमारा मन भक्ति के रंग में पूरी तरह से रंग जाए क्योंकि भौतिक रंग को आध्यात्मिक रंग की प्राथमिक सीढ़ी कहा जा सकता है इससे आध्यात्मिक या भक्तिमय में जीवन में हम प्रवेश करते हैं। उन्होंने इस त्यौहार को मानव से मानव को जोड़ने का महापर्व बताया।मौके पर  बाबा सेवक दास, वीरेंद्र वर्मा ,राजमणि यादव, ईश्वर सहाय श्रीवास्तव, श्री कांत दीक्षित, सोभनाथ यादव,कमलेश यादव आदि लोग उपस्थित रहे।

रिपोर्टर

संबंधित पोस्ट