वाह रें सोशल मीडिया के पत्रकार, खुब किया पत्रकारिता को बदनाम

भिवंडी।। भिवंडी शहर में इन दिनों सोशल मीडिया के स्वयं घोषित पत्रकारों की बाढ़ सी आ गयी है। ऐसे पत्रकार बिन बुलाऐ राजनीतिक, सामाजिक, शासननिक व प्रशासनिक कार्यक्रमों में सबसे आगे खड़े दिखाई पड़ते हैं। कार्यक्रमों के दरमियान मोबाइल से विडियो शूट कर विडियो को न्युज जैसा स्वरूप देकर यूट्यूब पर बनाऐ गये फर्जी न्युज चैनल एकाउंट पर अपलोड  कर देना इनका फरीयत होता है। इसके आलावा इसी विडियो को व्हाट्सेप ग्रुपों सहित फेसबुक, इंस्टाग्राम आदि साइटों पर दनादन वायरल करते रहते है भले ही इनको कुछ पता व आता - जाता ना हो किन्तु इनसे बड़ा शहर में कोई दूसरा ज्ञानी पत्रकार नहीं है। यही नहीं इनके फर्जी व बोगस न्युज चैनलों के एक भी व्यूह ना हो, किन्तु सुबह से शाम तक ऐसे स्वयं घोषित पत्रकार मनी व मुद्रा की तलाश में दर दर भटकते हुए शाम को मधुशाला में ठहाका मारते दिखाई पड़ते है। इनमें से कुछ ऐसे किस्म के लोग भी होते है जो मधुशाला मालिक को ही धमकाते हुए तुम्हारे खिलाफ न्युज दिखा देने के धमकी  देते है अर्थात् जहां खाया उसी पतरी में छेद कर देना इनकी फरीय़त होती है। 

इनमे से कोई बिजली के पोल अथवा पुल पर चढ़ कर सवाल पूछने व सचाई दिखाने का ढोंग रचता है, तो कोई न्युज जैसा बनावटी माइक बूम लेकर बक- बक करता है। तो कोई शहर के तमाम तस्वीरों को इकठ्ठा कर सचाई दिखाने का वादा करता है तो कोई बोलता है कि मेरा भी टाइम आऐगा, शहर में ऐसे किस्म के लगभग 25 यूट्यूबर,स्वयं घोषित पत्रकार सक्रिय है, ऐसे स्वयं घोषित पत्रकारों के ऊपर आऐ दिन पुलिस थानों में शिकायत दर्ज होती रही है। इसके आलावा कई सम्मानित नागरिक भी ऐसे स्वयं घोषित पत्रकारो पर बदनामी करने व दुप्रचार करने की शिकायतें की हैं। किन्तु आश्चर्य की बात है कि लाखों करोड़ों रुपए के मानहानि, व बदनामी की नोटिस देने के बावजूद शासन व प्रशासन के अधिकारी भी इन पर कार्रवाई ना करते हुए इनके ही आवभगत में जुटे रहते है। हालांकि कुछ दिनो पूर्व एक स्कूल टीचर व व्यवस्थापक संबंधी विवाद में शहर के आला पुलिस अधिकारियों ने ऐसे स्वयं घोषित पत्रकारों को नसीहत देते हुए चेतावनी दी थी कि अगर शहर की शांति व्यवस्था तुम्हारे वायरल विडियो के कारण खराब होती है। तो बक्सा नहीं जायेगा।   
     
हालांकि इनसे कुछ ऐसे लोग भी सक्रिय है जिन्हें शिक्षा का ज्ञान नहीं है। जिसके कारण शहर में आऐ दिन लोगों द्वारा पत्रकारिता के गरिमा पर सवाल उठाते हुए इनके खिलाफ पुलिस थानों में शिकायत दर्ज करवाते रहते है यही नहीं ऐसे स्वयं घोषित पत्रकार अपने व्यूह बढ़ाने के उद्देश्य से कुछ भी दिखाने में परहेज़ नहीं करते, जिसके कारण कई स्वयं घोषित पत्रकारों को अपने विडियो के कारण पुलिस थानों के चक्कर भी काटनी पड़ी है। ऐसे ही एक मामले में एस.एन.एन. नामक यूट्यूब चैनल के न्युज रीडर व मालक गणेश नागेश चिलका ने भारत रत्न डाॅ.बाबा साहेब आंबेडकर जयंती के दिन को श्रद्धांजलि बताते हुए बहुजन व आंबेडकर समाज के लोगों को आहत किया। जिसके कारण बहुजन प्रेमी युवकों ने निजामपुर पुलिस थाना में युटुबर पत्रकार गणेश चिकला के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है। 
     
शहर में आगमी पालिका को चुनाव देखते हुए ऐसे स्वयं घोषित पत्रकारों की संख्या में दिन प्रतिदिन इजाफा हो रहा है। नाला, गल्ली व गटर की राजनीति करने वाले कुछ सड़क छाप नेता ऐसे यूट्यूबर न्युज चैनल के स्वयं घोषित पत्रकारों को चाय पानी देकर चुनाव जीतने व पालिका की मलाई खाने के उद्देश्य से तू - तू मैं - मैं का भाषण देकर सोशल मीडिया पर अपने समर्थकों के बीच खुब वाह - वाही लूट रहे है। यही नही शासन व प्रशासन के आला अधिकारी और राजनेता भी इन्हीं फर्जी यूट्यूब न्यूज़ चैनलों पर छाऐ रहते है ऐसे अशिक्षित, अज्ञानी स्वयं घोषित पत्रकारों के कारण पत्रकारिता के गरिमा खराब हुई है। जिसके कारण निष्ठावान व कर्तव्यनिष्ठ पत्रकार परिषदों व शासन व प्रशासनिक कार्यक्रमों से अपनी दूरी बना ली है। 

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