जी एस हजारे के संरक्षण में चल रही है भिवंडी की कोहिनूर डाईग ?

भिवंडी शहर के मध्य मे स्थित कोहिनूर कपड़ा डाईग कंपनी अजंता कंम्पाउड, धामणकरनाका, जुना गौरीपाडा,दीवान शाह दर्गा  के रहिवासियों का काल बनी हुई है। इस डाईग से निरंतर निकलने वाले काले व विषैले धुआँ से स्थानीय निवासियों को सांस लेने में दिक्कत बनी रहती है, वही पर अनेक प्रकार के घातक बीमारियां रहिवासियों को अपना शिकार बना रही है, जिसके कारण जीना दुश्वार्वर हो गया है ।


महाराष्ट्र प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड कल्याण विभाग में बार बार डाईग बन्द करने के लिए कई स्थानिक रहिवासियों द्वारा तक्रार करने के बाद भी उप प्रादेशिक अधिकारी जी एस हजारे के कानों तक जु नही रॆंग रही है जिसके कारण कोहिनूर डाईग के मालक अमृत लाल दोडिया  अबैध तरीके से डांईग कंपनी चला रहा है । स्थानीय निवासियों ने बताया कि कोहिनूर डाईग में प्रदूषण विभाग के कई भष्ट्र कर्मचारियों के संरक्षण से डांईग चल रही है । कंपनी में हमेशा प्रदूषण मंडल के कर्मचारियों का आवागमन बना रहता है इनसे कंपनी में स्थित ब्यालर (चिमनी) की उचाई १ मीटर होने के तक्रार बार बार करने बाद भी   कंपनी पर आज तक कारवाई नहीं किया गया । वता दे कि ५ वर्ष पुर्व ब्यालर ( चिमनी)  टुटकर गिर गई थी परन्तु कंपनी के मालक द्वारा उक्त चिमनी का निर्माण कार्य ना करते हुए एक मीटर  की उचाई पर ही दुसरी चिमणी लगा दिया, जिसके कारण पुरे दिन निकलने वाला काला व विषैला धुआँ में सांस लेना दुर्श्वावर हो गया है ‌। स्थानियों ने बताया कि भिवडी मनपा के पर्यावरण विभाग में उक्त डाईग संबंधी कई बार तक्रार करने के बाद भी  पर्यावरण विभाग प्रमुख चौधरी द्वारा उक्त डाईग पर कोई भी कारवाई नहीं किया उन्होंने कहा कि डांईग व साईजिग पर हमारे विभाग द्वारा कारवाई नहीं किया जाता । आप की तक्रार महाराष्ट्र प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड कल्याण विभाग को हस्तांतरण कर दिया गया है वो लोग ही कारवाई करेंगे । स्थानिको ने कहां की जल्द ही कंपनी पर कारवाई नहीं हुई तो महाराष्ट्र प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड व मनपा प्रशासन के खिलाफ मा उच्च न्यायालय मुंबई में जनहित याचिका दाखल किया जायेगा ।

रिपोर्टर

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