सोशल ऑडिट टीम सदस्य ग्राम सभा बैठक के प्रति ग्रामीणों को करें जागरूक : डॉ. डी.आर. विश्वकर्मा

हरहुआ ।। सोशल ऑडिट टीम के कार्य एवं दायित्व की जानकारी देते हुए पूर्व जिला विकास आधिकारी डॉ. डी.आर. विश्वकर्मा ने जिला ग्राम्य विकास संस्थान परमानंदपुर, वाराणसी पर चल रहे तीन दिवसीय "सोशल ऑडिट विषयक प्रशिक्षण" के द्वितीय दिवस में कहा की सोशल ऑडिट टीम के सदस्य पहले चरण में अभिलेखों का सत्यापन, दूसरे चरण में भौतिक स्थलीय सत्यापन व तृतीय चरण में डोर टू डोर संपर्क कर जन जागरूकता के माध्यम से सोशल ऑडिट ग्राम सभा में अधिक से अधिक ग्रामीण जनों, श्रमिकों, महिलाओं की उपस्थिति में सुनिश्चित कराने में अपनी अहम भूमिका निभाएं। अनियमितता, वित्तीय विचलन ,नियमो की अनदेखी, शिकायतों के क्रम में निलंबन, प्रतिकूल प्रविष्टि व चेतावनी सहित अभिलेखों को जांचने के तरीकों की जानकारी दी।

 सत्र का शुभारंभ जिला प्रशिक्षण अधिकारी दीनानाथ द्विवेदी ने प्रतिभागियों से पिछले दिवस का पूर्वालोकन कर किया। 

जिला सोशल ऑडिट कोआर्डिनेटर शारदानन्द पाण्डेय द्वारा सोशल ऑडिट की प्रक्रिया के बारे में जानकारी देते हुए कार्य की पत्रावली में उपलब्ध आवश्यक दस्तावेजों को बताया। मास्टर ट्रेनर सुरेश पाण्डेय द्वारा सोशल ऑडिट की अवधारणा एवं प्रावधान के बारे में जानकारी दी गयी। जिला सोशल ऑडिट कोआर्डिनेटर चन्दौली सोनिया यादव द्वारा ड्राफ्ट प्रतिवेदन के बारे में जानकारी दी गयी।

अन्य वक्ताओं में प्रमुख रूप से सुरेश तिवारी,अमरनाथ द्विवेदी, रंजना तिवारी, चित्रा बौद्ध, प्रतिभा मौर्या, विनोद कुमार चौबे ने विचार व्यक्त किया। 

प्रशिक्षण में जनपद चन्दौली के धानापुर, सकलडीहा, नौगढ़, चन्दौली सदर एवं वाराणसी के चोलापुर व पिण्डरा विकास खण्ड से कुल 80 सोशल ऑडिट टीम सदस्यों ने प्रतिभाग किया।



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