वो मै नहीं ! जीएसटी फर्जीवाडा में हसमुख पटेल की गिरफ्तारी से भिवंडी के अन्य हसमुख पटेलों की सांसे थमी

भिवंडी।। केंद्रीय जीएसटी विभाग के भिवंडी आयुक्त कार्यालय ने हसमुख पटेल नामक व्यवसायी द्वारा फर्जी कंपनी स्थापित कर 123 करोड़ का जीएसटी बिल दिखाकर 23 करोड़ 16 लाख रूपये अग्रिम कर रिफंड प्राप्त करने के मामले में गिरफ्तार किया है। यह खबर छपने के बाद शहर के अन्य हसमुख पटेल नामक व्यवसायिकों को "मैं नहीं हूं दूसरा हसमुख पटेल है।" इस प्रकार का जबाब देते - देते सांसे थम गई।

जीएसटी आयुक्तालय द्वारा कार्रवाई के संबंध में जारी प्रेस विज्ञप्ति में केवल हसमुख पटेल का नाम उल्लेख किया गया था‌ लेकिन वह वास्तव में कहां रहता है, पूरा नाम क्या है, उनकी कंपनियों के स्थान के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई थी, यही नहीं उसकी गिरफ्तार कहां से हुई है। इसका भी उल्लेख नहीं किया गया था। जिसके कारण खबर छपने के बाद पूरे दिनभर शहर में हसमुख पटेल की नाम चर्चा होती रही। इस खबर से हसमुख पटेल नाम के लगभग पांच लोग प्रभावित हुए।

भारतीय जनता पार्टी के भिवंडी शहर के कोषाध्यक्ष व भिवंडी साइज़िंग ऑनर वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारी हसमुख दियाभाई पटेल का नाम सबसे ज्यादा चर्चित रहा। सुबह खबर छपने के बाद मशहूर कारोबारी हसमुख दियाभाई पटेल को फोन पर फोन आता रहा कि क्या घोटाला किया है कहां गिरफ्तारी हुई है ? लोगों को जबाब देते- देते हसमुख पटेल काफी परेशान हुए। यही नहीं उनकी साइजिंग फैक्ट्री का काम भी प्रभावित हुआ। कंपनी में कच्चा माल देने वाले व्यापारी गिरफ्तारी के डर से उन्हें माल तक नहीं भेजा। इस संबंध में हसमुख दियाभाई पटेल से संपर्क करने पर उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि जीएसटी भिवंडी आयुक्त को पूरी जानकारी प्रेस विज्ञप्ति में जारी करनी चाहिए थी‌ कि हसमुख पटेल की गिरफ्तारी कहां से हुई है,उनकी फर्जी कंपनियां कहां स्थापित है, वह कहां रहता है। जिसके कारण अन्य हसमुख पटेलों के नाम के व्यक्तियों को परेशान होने से बच सकें।

रिपोर्टर

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