भिवंडी मनपा मुख्यालय के पत्रकार कक्ष में प्रशासन द्वारा अवैध तरीके से तालाबंदी,फैला आक्रोश

विधायक के साथ कई राजनीतिक दलों ने जताया विरोध, लात मारकर खोला गया ताला

पिछले तीन महिने से चल रही थी साजिश

भिवंडी।। भिवंडी मनपा में जारी मनमानी का एक जीता जागता प्रमाण सामने आया है। मनपा मुख्यालय के अस्तित्व में आने के बाद से ही स्थापित पत्रकार कक्ष में अचानक बिना किसी पूर्व सूचना के प्रशासन द्वारा तालाबंदी कर दिया गया। जिसकी खबर लगते ही राजनीतिक दलों के साथ ही स्थानीय भाजपा विधायक भी मुख्यालय में पहुंच गए और खुद ताले पर लात मारकर मनपा के इस कृत्य का विरोध किया। हालांकि आयुक्त का कहना है कि उन्हें इस संदर्भ में कोई जानकारी नहीं है।इसके बाद सवाल यह उठता है कि किसके आदेश पर पत्रकार कक्ष में ताला लगाया गया था? जिसकी शिकायत ट्विटर के माध्यम से कई दलों के लोगों ने सीएम से की है। वही पर सुत्रों की माने पालिका आयुक्त अजय वैद्य व उनके बहुत करीबी कुछ दलाल किस्म के पत्रकारों ने पत्रकारों से पत्रकार कक्ष खाली करवाने की योजना पिछले तीन महीने से बना रहे थे।

 भिवंडी मनपा मुख्यालय 2013 में बनकर तैयार हुआ था,तभी से ग्राउंड फ्लोर पर रूम नंबर चार में पत्रकार कक्ष बनाया गया है।जिसका उपयोग कर पत्रकार शहर की समस्या को प्रशासन से रूबरू कराने का काम करते है।लेकिन उक्त पत्रकार कक्ष में बिना किसी पूर्व सूचना के सोमवार छह नवंबर की सुबह ताला लगाकर इसे बंद कर दिया गया।जिसके गेट के बाहर यह सूचना चस्पा दिया गया कि मुख्यालय में कई विभागों के लिए जगह देने के लिए पत्रकार कक्ष को बंद किया जा रहा है और पत्रकारों को मनपा की पुरानी धोखादायक इमारत में खाली पुलिस चौकी की जगह दी जा रही है।जिसका उपयोग किया जाय। जिसकी सूचना लगाते ही शहर के पत्रकार मुख्यालय में इकट्ठा हो गए।इतना ही नहीं इसकी जानकारी मिलते ही भिवंडी पश्चिम के विधायक महेश चौघुले,शिवसेना(यूबीटी)शहर प्रमुख प्रसाद पाटिल, एम आई एम के कार्याध्यक्ष सादाब उस्मानी सहित शहर के राजनीतिक दल के लोग बड़े तादात में इकट्ठा हो गए और प्रशासन द्वारा किए गए इस कृत्य का विरोध करने लगे।विधायक ने खुद पत्रकार कक्ष के गेट पर लगे ताले को लात मारकर अपना विरोध दर्शाया।जिसके बाद हरकत में आई मनपा प्रशासन के अधिकारी ने न सिर्फ आनन फानन में ताला खोला बल्कि मनपा की नोटिस को भी तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया।इधर पत्रकारों के विरोध के बाद खुद मनपा आयुक्त पत्रकार कक्ष का निरीक्षण करने पहुंच गए, जहां पर पत्रकारों ने उनसे पूछा की किस नियम के तहत और क्यों पत्रकार कक्ष को स्थानांतरित किया जा रहा है।इस पर आयुक्त ने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।जबकि पत्रकार कक्ष में लॉक लगाने वाले जनसंपर्क अधिकारी मिलिंद पलसुले ने कहा कि उन्होंने आयुक्त के मौखिक आदेश पर ताला बंद किए थे।जिसके बाद मनपा प्रशासन में अधिकारियों की तालमेल पर भी सवालिया निशान लग गया है। वही शहर के अनेक पत्रकारों ने आज भिवंडी प्रांत अधिकारी अमित सानप को निवेदन देकर इस प्रकरण की जांच कर दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।

रिपोर्टर

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