भिवंडी उपविभागीय कार्यालय परिसर में श्रमजीवी संगठन का ‘निर्धार आंदोलन’ आठवें दिन भी जारी

भिवंडी। वन अधिकार दावों की त्वरित मंजूरी की मांग को लेकर श्रमजीवी संगठन द्वारा भिवंडी उपविभागीय अधिकारी कार्यालय के प्रांगण में शुरू किया गया ‘निर्धार आंदोलन’ सोमवार को आठवें दिन भी जारी रहा। यह आंदोलन 3 फरवरी से चल रहा है और जब तक सभी वन अधिकार दावे स्वीकृत नहीं हो जाते, तब तक यह आंदोलन जारी रखने का संकल्प लिया गया है।

आठ दिनों के आंदोलन के बाद, कुल 2365 दावों में से 1171 दावों को उपविभागीय अधिकारी कार्यालय स्तर पर समिति द्वारा हस्ताक्षरित कर जिला कलेक्टर कार्यालय भेजा गया है। वहीं, 1194 दावों की अभी भी स्थल निरीक्षण प्रक्रिया चल रही है,जिसकी रिपोर्ट आना बाकी है। हालांकि, जिला स्तरीय समिति ने भिवंडी के 1214 और शहापुर के 1678, यानी कुल 2892 दावों को अस्वीकृत कर दिया है। इस पर श्रमजीवी संगठन के महासचिव बालाराम भोईर ने मांग की है कि जिला समिति को इन दावों की दोबारा समीक्षा करनी चाहिए और स्वतः संज्ञान लेकर निर्णय लेना चाहिए।आंदोलनकारियों ने यह भी मांग की है कि भिवंडी महानगरपालिका क्षेत्र के 17 लंबित दावों के लिए नगर निगम स्तर पर एक समिति बनाई जाए और इसे तुरंत सक्रिय किया जाए।

भिवंडी और शहापुर से आए सैकड़ों आदिवासी किसान अपने हक की लड़ाई के लिए उपविभागीय अधिकारी कार्यालय के प्रांगण में डटे हुए हैं। वहां ही भोजन बनाने के लिए चूल्हे जलाए जा रहे हैं। सोमवार को विभिन्न गांवों के 51 चूल्हे जलाए गए, और आंदोलनकारी वहीं पर दोपहर और रात का भोजन कर रहे हैं। हालांकि, आंदोलनकारियों के चेहरों पर थकान दिख रहे थे, लेकिन उनका संघर्ष का संकल्प अडिग है। वे अपने न्याय और हक के लिए पूरी ताकत से लड़ने के लिए प्रतिबद्ध है।

रिपोर्टर

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