इस स्कूल में प्रज्जवलित है आशा का दीप...

मुंबई - मालाड में एक ऐसा भी स्कूल है जहां पढ़ने वाले बच्चों के परिजन उक्त इलाका छोड़ नहीं सकते हैं। यहीं से मौन ही सही छटा भी बिखरती है। 

मालाड स्थित कोशिश स्कूल फॉर द डेफ का 35 वां स्थापना दिवस पिछले सप्ताह मनाया गया. समारोह का उद्घाटक बतौर समाज कल्याण मुंबई उपनगर के सहाय्यक आयुक्त समाधान इंगले उपस्थित थें, जिन्होंने .  कक्षा 10वीं आैर 12वीं के सफल सभी छात्रों को गौरव भी किया। इस दौरान जो बच्चियां बोल नहीं सकती और सुन भी नहीं उनके द्वारा एक आकर्षक नृत्य देखकर उपस्थित परिजनों के साथ अतिथियों की आंखे भर आई..दुआओं में कि काश भगवान् इनकी मौनवाणी सुन लेते। कोशिश में मुफ्त शिक्षा सहित वाचा व श्रवण चिकित्सा, श्रवण यंत्र रिपेरिंग, आय क्यू टैस्ट,हँडिकैप गायडन्स आदि सुविधाएं उपलब्ध हैं। इस अवसर पर कक्षा 12वी में सफलता पाकर मुम्बई महानगर पालिका की सेवा में शामिल कु. अमृता नाईक व कु. विकास चव्हाण का गौरव सम्मान मुख्याध्यापिका देवयानी यशवंते के शुभ हाथोंसे किया गया। अंतत: मे 'कोशिश' के संचालक डॉ. अजय कोठारी ने सभी छात्रों को अगली कामयाबी के लिए शुभकामनाएं देनें के साथ आश्वस्त किया। आयोजन में शामिल रमाकांत शुक्ला बताते हैं कि कर्ण बाघिर के लिए स्पेशल इस स्कूल ने समाज को ऐसी चेतना दे दी है कि आज कई छात्र-छात्राओं सहित परिवारों में आशा का दीप जलनें लगा है।

रिपोर्टर

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