कोशिश करने वालो की कभी हार नही होती : अंजुलता

भदोही ।। सड़क सुरक्षा सप्ताह के छठवें दिन गुरुवार को शहर के सरस्वती उच्चतर विद्यालय में जागरुकता अभियान चलाया। इस दौरान छात्राओं को यातायात नियमों की जानकारी दी गई। सड़क सुरक्षा से संबंधित निबन्ध प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। जिसमें 128 छात्र- छात्राओं ने भाग लिया। निबंध प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान लाने वाली छात्र-छात्राओं को समापन समारोह में पुरस्कार देकर स मानित किया जाएगा। लोगों को यातायात के नियमों के प्रति जागरूक करने के लिए सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इस कार्यक्रम में छात्राओं को यातायात नियमों की विस्तार से जानकारी दी गई। इसके साथ ही सड़क पर चलते समय यातायात नियमों को पालन करने के लिए लोगों को भी जागरूक करने की अपील छात्राओं से की गई। पुलिस अधीक्षक राघवेन्द्र सिंह बेलबंशी के निर्देशन में इन दिनों यातायात जागरूकता सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। इसके तहत गुरुवार को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुश्री अंजुलता पटले, महिला प्रकोष्ठ प्रभारी पूनम सिंह, यातायात प्रभारी गीता प्रजापति,उपनिरीक्षक प्रियंका सिंह कुशवाहा कोतवाली, सहायक उपनिरीक्षक डीडी सिंह ने सरस्वती उच्च माध्यमिक विद्यालय मड़रिया में यातायात जन जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुश्री अंजुलता पटले ने विद्यार्थियों को यातायात नियमों की जानकारी दी गई। विद्यार्थियों को यातायता नियमों की पालना करने के बारे में समझाइश की गई। सडक़ पर अनुशासित रूप से चलने, दुपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट का प्रयोग करने, गति सीमा को नियंत्रित,वाहन चलाने समय मोबाइल फोन का प्रयोग नहीं करने,शराब पीकर वाहन नहीं चलाने, सीट बेल्ट लगाने, ओवरटेकिंग नहीं करने तथा यातायात नियमों की पालन करने के बारे में समझाइश दी। इस दौरान सड़क दुर्घटनाओं में हो रही अकाल मृत्यु के बारे में भी बताया। रास्ते में आते-जाते समय छेड़छाड़ करने वालों के बारे में खुलकर अभिभावकों, अध्यापकों या पुलिस थाने में शिकायत करने के लिए प्रेरित किया। विद्यार्थियों को नशे से दूर रहने के बारे में बताया। मोबाइल फोन के अत्यधिक प्रयोग से बचने तथा सोशल मीडिया पर फालतू मैसेज फारवर्ड करने से बचने के लिए कहा। इस अवसर पर विद्यालय के आचार्यो से भी उन्होंने वाहन चलाते समय हेलमेट लगाने तथा मोबाइल फोन पर बात नहीं करने से नियमों का पालन करने को कहा। साथ ही वाहन कागजात साथ रखने को कहा। सुश्री पटले ने छात्रों से कहा कि मोबाईल से दूरी बना के रखें। यदि आवश्यकता में उपयोग भी करते है तो व्हाट्सएप्प व फेसबुक का काफी सावधानी पूर्वक उपयोग करे। फेसबुक पर अनजान लोगों को कभी दोस्त न बनाये साथ ही घर के लोगों या अपना फोटो कभी अपलोड न करे। आपराधिक किस्म के लोग इनका मिसयूज कर सकते है कई बार यह काफी भारी साबित होता है। उन्होने बच्चों को सुझाव दिया कि छात्र जीवन के दौरान अपने लक्ष्य को पूरी तरह टारगेट करें और उसे पाने के लिए एकाग्रता के साथ प्रयास करे।

थाना प्रभारी यातायात गीता प्रजापति ने कहा कि यातायात के नियमों का सभी को पालन करना चाहिए। उन्होंने दोपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट का प्रयोग करने, ट्रिपल राइडिग न करने, निर्धारित गति में वाहन चलाने के लिए प्रेरित किया। बिना लाइसेंस के गाड़ी न चलाए और न ही चलाने दें। बाइक चलाते समय हमेशा हेलमेट व कार चलाते समय सीट बेल्ट का प्रयोग करें। नशे में किसी को वाहन न चलाने दें। घर में जाकर अपने अभिभावक और पड़ोसियों को भी अपने माध्यम से सुरक्षा के प्रति जागरूक करें।

महिला प्रकोष्ठ की प्रभारी पूनम सिंह ने गुड टच बैड टच के बारे में बताया उन्होंने बताया कि अगर कोई आपको टच करता है और आपको अच्छा लगता है या स्नेह की अनुभूति होती है तो यह गुड टच कहलाता है। इसको आप अपनी मांए पिताए बड़ी बहनए दादी के टच से फील कर सकते हैं। वही जब कोई व्यक्ति आपको इस तरह से छूता है कि आप इससे असहज महसूस करते हैं या फिर उस व्यक्ति का छूना आपको बुरा लगता है। यह बैड टच कहलाता है। इसके साथ ही अगर कोई अनजान व्यक्ति आपके प्राइवेट पार्टस को छूने का प्रयास करता है तो यह भी बैड टच है। तीसरी कंडीशन में अगर कोई व्यक्ति आपको इस तरह से छूता है जिस पर आप असहज हो जाते हैं और वह व्यक्ति आपको इसके बारे में किसी से ना बताने के लिए कहता है, यह बैड़ टच है ।

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