कांग्रेस पार्टी के 18 बागी नगरसेवकों के विरुद्ध 30 जनवरी को सुनवाई

भिवंडी ।। भिवंडी निजामपुर शहर महानगर पालिका के महापौर व उप महापौर चुनाव में कांग्रेस पार्टी के 18 नगरसेवकों ने पार्टी के व्हिप जारी होने के बाद भी पार्टी के उम्मीदवार को मतदान नही करते हुए दूसरे पक्ष के उम्मीदवार के समर्थन में मतदान किया था. जिसके कारण कांग्रेस पार्टी के अधिकृत उम्मीदवार रिषिका प्रदीप (पप्पू) रांका को  पराजित होना पड़ा था. भिवंडी महानगर पालिका में कांग्रेस पार्टी को पूर्ण बहुमत होने के बाद भी महापौर तथा उप महापौर पद हार जाने के कारण शहर में कांग्रेस पार्टी की बदनामी हुई थी. जिसके फलस्वरूप बागी नगरसेवकों के नगरसेवक पद रद्द करने के लिए कांग्रेस पार्टी के निष्ठावान नगरसेवकों ने कोंकण विभागीय आयुक्त से मांग की थी. कोंकण विभागीय आयुक्त ने सभी 18 बागी नगरसेवकों को 30 जनवरी को हाजिर रहने के लिए आदेश जारी किया हैं जिसके कारण बागी नगरसेवकों के गुट में खलबली मची हुई हैं ।

भिवंडी कांग्रेस पार्टी के शहर जिला अध्यक्ष शोहेब खान गुडडू विधानसभा चुनाव हार जाने तथा भिवंडी मनपा से सत्ता जाने के बाद कांग्रेस पार्टी में गुटबाजी तेज हो गयी हैं.जिसके कारण पार्टी के बगावत करने तथा दूसरे पक्ष के उम्मीदवार को मदत करने के आरोप में भिवंडी अल्पसंख्यक विभाग अध्यक्ष तुफैल फारुकी को पार्टी तथा पद से मुक्त कर दिया गया.मौजूदा भिवंडी कांग्रेस पार्टी काई गुटों में बांटी हुई हैं. काई गुट भिवंडी कांग्रेस अध्यक्ष शोहेब खान गुडडू को हटाने तथा नये अध्यक्ष नियुक्‍त करने भी मांग प्रदेश कार्यकारिणी से कर चुके हैं. वही सुत्रों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार भिवंडी कांग्रेस पार्टी शहर अध्यक्ष बनाने के लिए काई दावेदारों ने अपना दांवपेच लगाना शुरू भी कर दिया हैं ।
             
गौरतलब हो कि भिवंडी मनपा 90 सीटों वाली मनपा में कांग्रेस पार्टी 47 तथा शिवसेना पार्टी के 12 नगरसेवक हैं. दोनों पार्टियों ने गठबंधन कर पूर्व में कांग्रेस पार्टी के नगरसेवक जावेद दलवी को महापौर तथा शिवसेना पार्टी के नगरसेवक मनोज काटेकर को उप महापौर बनाया था. 5 दिसम्बर 2019 को हुए महापौर तथा उप महापौर चुनाव में कांग्रेस पार्टी के 18 नगरसेवकों ने पार्टी से बगावत कर दूसरे पक्ष के उम्मीदवार को मतदान किया था. जिसके कारण शिवसेना तथा कांग्रेस पार्टी गठबंधन उम्मीदवार को हार का सामना करना पड़ा था. बागी 18 नगरसेवकों का पद रद्द करने के लिए भिवंडी कांग्रेस पार्टी ने कोकण विभागीय आयुक्त शिवाजीराव दौंड के समक्ष शिकायत दर्ज करवाया हैं. शिकायत मिलने पर कोकण आयुक्त ने सभी बागी 18 नगरसेवकों को 16 जनवरी 2020 को कोकण आयुक्त कार्यालय में हाजिर रहने हेतु नोटिस जारी किया था. किन्तु 16 जनवरी को सुनवाई के दौरान उप महापौर इमरान खान के साथ मात्र चार नगरसेवक उपस्थित थें.नगरसेवकों की उपस्थिति नही होने के कारण कोकण आयुक्त ने नाराजगी व्यक्त करते हुए 30 जनवरी 2020 को सभी नगरसेवकों को हाजिर रहने के लिए नोटिस जारी किया हैं जिसके कारण बागी गुट में खलबली मची हुई हैं.

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