महामारी से नहीं भूख से मर जायेगें मजदूर, गरीबों ,मजदूरों के लिए मुफ्त करें अनाज का वितरण - आशिफ खान

भिवंडी ।। कोरोना वायरस ने पूरे विश्व को अपने चपेट में ले रखा हैं.इस महामारी से अनेक शक्तिशाली देश अपने नागरिकों को बचाने के लिए पूरे देश को लाक डाउन कर रखा हैं वही पर देश के कई राज्यों में इस वायरस ने कहर बरसना शुरू कर दिया हैं जिसके कारण पंत प्रधान नरेंद्र मोदी ने जनता कर्फ्यू के बाद 21 दिन यानी 14 अप्रेल तक पूरे देश को लाक डाउन कर दिया हैं इस महामारी से बचने के लिए यही एक उपाय हैं कि इसकी कड़ी सोशल डिस्टेंसिंग रखकर तोड़ा जा सकता हैं। 21 दिनों तक लाक डाउन होने के कारण उद्योग- धंधे, व्यापार- रोजगार, कल- कारखाने ,आवागमन - यातायात पूरी तरह से ठप्प पड़ा हुआ हैं.गरीब व दिहाडी मजदूर पैदल ही अपने अपने गांव जा रहे है। किन्तु लाखों मजदूर आज भी भिवंडी शहर के विभिन्न कोनों में फंसे हुए हैं. इन मजदूरों के मदत के लिए अनेक सामाजिक संस्थाऐ , स्वयं सेवी लोग आगे आकर अनाज व भोजन की व्यवस्था कर रहे है ।
       
इसी क्रम में शहर के यंग आइडियल फाउंडेशन अध्यक्ष व एकता पावर लूम वेलफेयर एसोसिएशन सदस्य आसिफ खान के नेतृत्व में शहर के स्लम क्षेत्र म्हाडा कॉलोनी,फातिमा नगर ,धामणकर नाका आदि क्षेत्रों में गरीब व जरूरतमंदों के बीच जीवनावश्यक सामग्री का वितरण सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए किया गया.इस अवसर पर फाउंडेशन के सदस्य इब्राहिम मलवारी,इम्तियाज अंसारी,अदनान मोमिन, आसिफ, जावेद खान आदि पदाधिकारी व सदस्य उपस्थित थे ।
 
आसिफ खान ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि भिवंडी शहर के हालात पहले से अच्छे नहीं थे.नोटबंदी व जीएसटी के कारण पावरलूम उद्योग पूरी तरह बीमार हो चुका था. इसी दरम्यान लाक डाउन ने पावरलूम मालिकों की कमर तोड़ कर रख दी हैं.पावरलूम मालिक किसी तरह अपने कारखानों में काम करने वाले मजदूरों को रहने व खाने कि व्यवस्था कर रहे हैं.लेकिन अब लाख डाउन को बढ़ा दिया गया है जिससे मालिकों की हालत भी खराब हो चुकी है ऐसे में पावरलूक मालिक अपने परिवार की जरूरतें पूरी करें या मजदूरों की फिक्र करें.आसिफ खान ने कहां के शहर की अलग-अलग सामाजिक संस्थाएं बड़े पैमाने पर भोजन व राशन की व्यवस्था मजदूरों के लिए कर रही है.जो तारीफ के काबिल है लेकिन इन 21 दिनों के लाक डाउन के दरम्यान सरकार द्वारा मजदूरों तथा गरीबों को राहत पहुंचाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया.इन मजदूरों को अगर सामाजिक संस्थाऐ मदत नहीं करती तो अभी तक लाखों लोग भुखमरी के शिकार हो जाते.वही पर केंद्र व राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पंत प्रधान नरेेंद्र मोदी रात 8 बजे टीवी पर अवतार देकर देश को संबोधित करते हुए कहा कि आज मध्य रात्रि यानी 12 बजे के बाद पूरे देश को लाक डाउन किया जा रहा हैं.लोग इस महामारी से बचने के लिए सोसल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए अपने अपने घरों में रहें.किन्तु केन्द्र सरकार व राज्य सरकार उन मजदूरों को भूल गयी जो रोज दिहाडी मजदूरी कर अपने परिवार के अन्य सदस्यों का पेट पालते हैं ।
       
भिवंडी शहर में लाखों मजदूर प्रतिदिन दिहाडी मजदूरी करते हैं. वही पर छोटे छोटे पावरलूम कारखानों में लगभग 9 लाख मजदूर दिहाडी मजदूरी करते हैं.इन मजदूरों को संभाल पाना कारखाना मालिकों को चिंता का विषय बना हुआ हैं.अगर सरकार कोई ठोस कदम नहीं उठाया तो शहर का मध्यम वर्ग परिवार भी भुखमरी के कगार पर खड़ा हो जायेगा ।

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