बलात्कार से पीड़ित महिला को भिवंडी पुलिस कर्मियों ने खून देकर बचाई जान

भिवंडी।। एक बार फिर भिवंडी पुलिस ने मानवता का परिचय दिया है.एक बलात्कार पीड़िता को नारपोली पुलिस स्टेशन के पुलिस कर्मियों ने हॉस्पिटल जाकर खून देकर जान बचाई है। 
       
 प्राप्त जानकारी के अनुसार नारपोली पुलिस स्टेशन अंर्तगत अंजूर फाटा रेल्वे लाईन के समीप एक अधेड़ महिला के साथ कुछ लोगों ने धारदार हथियार के नोंक पर गत दिनों सामूहिक बलात्कार किया था। इस अमानवीय घटना पर नारपोली पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ भा.द.वि कलम 376 (D),307,341,324,323 का मामला दर्ज कर कुछ घंटे में गिरफ्तार कर लिया था.वही पर पीड़ित महिला को उपचार हेतु ठाणे स्थित अस्पताल में भर्ती करवाया था.जहाँ पर उपचार के दरम्यान पीड़ित महिला को AB Positive खून की आवश्यकता पड़ी.किन्तु कोरोना संकटकाल में उक्त ग्रुप का खून हाॅस्पिटल में उपलब्ध नहीं था. इसके साथ ही कोरोना वायरस के डर से कोई व्यक्ति खून देने के लिए तैयार नहीं था.किन्तु पीड़ित व गरीब महिला की जान बचानी थी इसलिए ठाणे के डाॅक्टरों ने इसकी सूचना नारपोली पुलिस स्टेशन को दिया. जिसे तत्काल संज्ञान में लेते हुए वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक मालोंजी शिंदे ने इसकी व्यवस्था करना शुरू कर दिया.नारपोली पुलिस स्टेशन में कार्यरत पुलिस नाईक ईशी (3572) व पुलिस कांस्टेबल वाघ ( (2682) ने तत्काल ठाणे हाॅस्पिटल में जाकर पीड़ित महिला को खून ( रक्त दान) दिया.जिसके कारण गरीब व पीड़ित महिला की जान बच सकी.इस सहरनीय कार्य को देखते हुए सहा.पुलिस आयुक्त नितीन कौसडीकर ( पूर्व विभाग) ने दोनों पुलिस कर्मियों को पुष्पगुच्छ देकर सत्कार किया है। इस प्रकार की जानकारी नारपोली पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक मालोजी शिंदे ने दिया है। 

रिपोर्टर

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